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लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने तेज कर दी अपनी तैयारियां

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी तीन बार से उत्तर प्रदेश के अमेठी लोकसभा क्षेत्र से सांसद हैं। वह पहली बार इस सीट से मई 2004 में निर्वाचित हुए थे। 2014 के लोकसभा चुनाव में मोदी लहर के दौरान बीजेपी ने अमेठी से स्मृति इरानी को उतारकर मुकाबले को दिलचस्प बना दिया था।

  • महाराष्ट्र की नांदेड़ लोकसभा सीट से चुनाव लड़ सकते हैं राहुल गांधी
  • पूर्व सीएम अशोक चव्हाण के बयान से अटकलों को मिला बल
  • अमेठी के अलावा दो अन्य सीटों से राहुल के चुनाव लड़ने की चर्चा
  • तीन बार से अमेठी से सांसद, 2014 में स्मृति ने दी कड़ी टक्कर

मुंबई : इस साल होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं। इस बीच सियासी गलियारों में ऐसी चर्चा है कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी अमेठी समेत तीन लोकसभा सीटों से चुनाव लड़ सकते हैं। महाराष्ट्र के पूर्व सीएम अशोक चव्हाण के गृह कस्बे नांदेड़ के साथ ही मध्य प्रदेश में किसी सुरक्षित सीट से उनके चुनाव लड़ने की चर्चा है। राहुल के नांदेड़ से चुनाव लड़ने की अटकलों को अशोक चव्हाण के बयान से बल मिला है। हमारे सहयोगी टाइम्स ऑफ इंडिया से बातचीत के दौरान चव्हाण ने कहा, ‘राहुल गांधी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष हैं। वह किसी भी लोकसभा सीट से सफलतापूर्वक लड़ सकते हैं। अगर वह नांदेड़ से चुनाव लड़ने का फैसला करते हैं तो उनका बहुत स्वागत है।’ 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान चव्हाण नांदेड़ सीट से निर्वाचित हुए थे। एक महीने पहले जब चव्हाण ने पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारियों के साथ बैठक की थी तो उनसे कार्यकर्ताओं ने राज्य में इसी साल होने वाले विधानसभा चुनावों पर फोकस करने की अपील की थी, जिससे कि वह मुख्यमंत्री पद की रेस में प्रमुख दावेदार हों।

तीन बार से अमेठी से सांसद हैं राहुल
राहुल गांधी ने मार्च 2004 में राजनीति में एंट्री का ऐलान किया था। वह लगातार तीन बार से उत्तर प्रदेश के अमेठी लोकसभा क्षेत्र से सांसद हैं। वह पहली बार इस सीट से मई 2004 में निर्वाचित हुए थे। इसके बाद 2009 का चुनाव भी उन्होंने अमेठी से ही जीता था। 2014 के लोकसभा चुनाव में मोदी लहर के दौरान बीजेपी ने अमेठी से स्मृति इरानी को उतारकर मुकाबले को दिलचस्प बना दिया था।

स्मृति ने 2014 में दी कड़ी टक्कर
इससे पहले हुए दो लोकसभा चुनावों के दौरान राहुल ने अपने प्रतिद्वंद्वियों को करीब 3 लाख या उससे ज्यादा वोटों के अंतर से मात दी थी। 2004 में वह 2 लाख 90 हजार से ज्यादा वोटों के अंतर से जीते थे, जबकि 2009 के चुनाव में भी उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी को 3 लाख 70 हजार से ज्यादा मतों से हराया था। हालांकि 2014 में स्मृति ने उन्हें कड़ी टक्कर दी और राहुल की जीत का अंतर घटकर करीब 1 लाख 7 हजार वोट पहुंच गया। माना जा रहा है कि इस बार भी स्मृति अमेठी से ही चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं और लगातार वहां का दौरा कर रही हैं।

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