प्रियंका गांधी के कांग्रेस महासचिव बनने और उत्तर प्रदेश के पूर्वी क्षेत्र की जिम्मेदारी मिलने पर सूबे के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि प्रियंका के महासचिव बनने से कुछ भी फर्क नहीं पड़ेगा. प्रियंका गांधी पहले भी चुनाव कैंपेन करती रही हैं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस परिवार की पार्टी है, फिर प्रियंका पद पर रह कर काम करें या पद के साथ काम करें, उससे कोई फर्क नहीं पड़ता. साथ ही उन्होंने कहा कि कांग्रेस के कार्यकर्ताओं और नेताओं पर प्रभाव हो सकता है, लेकिन जनता पर इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा.
शिवसेना द्वारा प्रियंका गांधी की तुलना इंदिरा गांधी से करने की बात पर केशव प्रसाद मौर्य ने कहा, ‘शिवसेना को दूसरा चश्मा लगाकर देखा होगा. मैं यूपी वाला हूं और पहले भी इनका प्रचार देख चुका हूं. मुझे नहीं लगता कि कहीं से भी कहीं कोई प्रभाव पड़ेगा.’ उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि पहले लोग कहते थे कि मां- बेटे की पार्टी है. अब कहेंगे कि बहन भाई की पार्टी है.
उन्होंने कहा, ‘प्रियंका गांधी के आने से भीड़ आ सकती है, ठीक वैसे ही जैसे फिल्म के एक्टर कहीं जाते तो भीड़ एकत्रित हो जाती है. भीड़ के आने का मतलब यह नहीं है कि वह वोट में परिवर्तित हो गई. मुझे नहीं पता कि भीड़ आएगी की नहीं आएगी, लेकिन आएगी तो वह वोट के रूप में नहीं आएगी.’
मौर्य ने कहा, ‘वो (कांग्रेस) इस बार अमेठी और रायबरेली भी हारेंगे. मैं आपको पहले से बता रहा हूं सपा-बसपा के समर्थन के बावजूद भी वहां कमल खिलेगा.’ राहुल गांधी के बीजेपी को हराने के बयान पर केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि जिसे-जिसे गठबंधन करना है कर लें. सारे एक तरफ हो जाएंगे तब भी पीएम मोदी के नेतृत्व वाली भारतीय जनता पार्टी ही जीतेगी, कमल ही खिलेगा और 2019 में फिर से प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में सरकार बनेगी.
प्रियंका गांधी के चुनाव लड़ने की खबरों पर केशव प्रसाद मौर्य ने कहा, ‘यह तो कांग्रेस का मामला है. कोई भी हो, चपरासी हो या कोई काम करने वाला हो, उसको भी लड़वा सकते हैं. भाई को लड़ा दें, बहन को लड़ा दें या उनके परिवार को लड़ा दें. हमारी सेहत पर कुछ फर्क पड़ने वाला नहीं है. अमेठी और रायबरेली दोनों सीटों से कांग्रेस का सूपड़ा साफ होगा. प्रियंका आ जाएं या राहुल के जीजा जी आ जाएं, कोई फर्क नहीं पड़ेगा.’