नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विश्व अर्थव्यवस्था में जारी भारी उथल पुथल के बीच भारतीय अर्थव्यवस्था को ऐसे जोखिमों से महफूज रखने के साथ ही इन विषम परिस्थितियों में भी देश के लिए कारोबारी संभावनाओं पर विचार के लिए आज आर्थिक विशेषज्ञों और उद्योगपतियों के साथ उच्च स्तरीय बैठक करेंगे। ‘वैश्विक घटनाक्रम- भारत के लिए अवसर’ पर होने वाली इस बैठक में लगभग 40 प्रतिनिधियों के भाग लेने की उम्मीद है। इसमें कैबिनेट मंत्री, वरिष्ठ सरकारी अधिकारी, भारतीय रिजर्व बैंक, उद्योग संगठनों के प्रतिनिधि, शीर्ष बैंकर और आर्थिक विशेषज्ञ हिस्सा लेंगे। बैठक में तेजी से बदलते वैश्विक आर्थिक परिदृश्य के भारतीय अर्थव्यवस्था पर पड़ने वाले प्रभावों की गहन समीक्षा के साथ ही मौजूदा हालात में भारतीय हितों के संरक्षण पर भी चर्चा होने की संभावना है। चीन की आर्थिक नीतियों और अमेरिकी अर्थव्यवस्था में आ रही मजबूती के कारण वैश्विक बाजार में हाल में हुयी भारी उथल-पुथल के मद्देनजर पिछले दो महीने में प्रधानमंत्री की उद्योग संगठनों और उद्योगपतियों के साथ यह दूसरी बैठक है।
बैठक में विदेशी निवेश के रास्ते में आने वाली बाधाएं, उद्योगों को कर्ज मिलने में दिक्कत और कारोबार के लिए सहूलियतें बढाने जैसे मुद्दे भी शामिल हो सकते हैं। भूमि अधिग्रहण विधेयक और वस्तु एवं सेवा कर विधेयक के रास्ते में आ रही मुश्किलों पर भी चर्चा हो सकती है। बैठक प्रधानमंत्री के रेसकोर्स रोड स्थित सरकारी आवास पर आयोजित की गई है।