पूर्व रक्षा मंत्री जॉर्ज फर्नांडिस का निधन हो गया है. वे 88 साल के थे. जॉर्ज फर्नांडिस की जिंदगी में सबसे करीबी लोगों की बात की जाए तो उनमें जया जेटली का नाम जरूर आएगा. दोनों की पहली मुलाकात तब हुई थी जब जया के पति अशोक जेटली जॉर्ज के स्पेशल असिस्टेंट हुआ करते थे.
जया जेटली और जॉर्ज की पहली मुलाकात का साल था 1977. तब जनता पार्टी की सरकार थी और वे उद्योग मंत्री थे. जया ने भी जॉर्ज के साथ काम करना शुरू कर दिया. फिर एक वक्त ऐसा आया जब दोनों के बीच अपनी निजी जिंदगी की बातें भी खूब साझा होने लगी.
जया ने बीबीसी को दिए एक इंटरव्यू में कहा था कि जॉर्ज की पत्नी बीमार रहती थीं और लंबे वक्त के लिए विदेश चली जाती थीं. तब जॉर्ज को जब बाहर जाना होता था तो वे अपने बेटे को जया के पास ही छोड़ जाते थे. इस तरह दोनों परिवार एक-दूसरे के करीब आ गए.
दोनों के रिश्ते के बारे में तमाम चर्चे होते थे. बात तो तब बढ़ गई जब बाद में जॉर्ज का पत्नी लैला कबीर से मनमुटाव हो गया. हालांकि, जया ने बीबीसी को दिए एक इंटरव्यू में कहा था- ‘कई चीजें थीं जिन्होंने हमें जोड़ा था. लेकिन इसमें रोमांस का पुट बिल्कुल नहीं था.’
लेकिन फिर एक वक्त ऐसा आया जब बीमार जॉर्ज फर्नांडिस से जया की मुलाकात होनी भी मुश्किल हो गई. जॉर्ज की पत्नी ने जया से मुलाकात पर रोक लगा दी.
जया को 2012 में सुप्रीम कोर्ट तक जाना पड़ा. कोर्ट ने जया को जॉर्ज से हर 14 दिन पर 15 मिनट के लिए मिलने की अनुमति दी थी. जॉर्ज तब अल्जाइमर से पीड़ित थे.
आपको बता दें कि जॉर्ज का जन्म मंगलुरू में 3 जून 1930 को हुआ था. वह 9 बार लोकसभा के लिए चुने गए. एक वक्त में जॉर्ज भारत के सबसे चर्चित नेताओं में एक हुआ करते थे.