यूपी में बिजली केंद्र की 4 उत्पादन इकाईयां बंद
लखनऊ. यूपी में स्थित केंद्र की चार उत्पादन इकाईयों में तकनीकी खराबी के कारण उत्पादन बंद है। इसकी वजह से प्रदेश को हर दिन मिलने वाली 750 मेगावाट बिजली नहीं मिल पा रही। वहीं उत्पादन निगम की अनपरा डी के बंद होने से करीब 220 मेगावाट बिजली की कमी हो गई है। इन सब का बिजली आपूर्ति पर बुरा असर पड़ा रहा है। संकट से निपटने के लिए प्रदेश भर में अघोषित कटौती की जा रही है।सितंबर के महीने में बिजली की डिमांड 13 हजार मेगावाट के पार होने से परेशान कॉरपोरेशन जैसे-तैसे बिजली की खरीद कर लोगों को राहत देने में जुटा था। अब केंद्र सरकार की सिंगरौली, टांडा, रिहंद और ऊंचाहार पावर प्लांट में तकनीकी खराबी से कॉरपोरेशन की मुश्किलें और बढ़ गई है। वहीं अनपरा डी उत्पादन इकाई में तकनीकी खराबी के चलते रविवार रात से उत्पादन बंद है। ऐसे में यूपी को करीब एक हजार मेगावाट बिजली की कमी झेलनी पड़ रही है।बिजली का खंभा गिरने से लाइनमैन की मौत, लोगों ने सड़क पर शव रख लगाया जामलखनऊ: उपभोक्ता संगठनों ने उठाई रेग्यूलेटरी सरचार्ज खत्म करने की मांगयूपी में कम बारिश होने से सूखे के आसार, सरकार ने जारी किए दिशा-निर्देशआपको बता दें, प्रदेश से ही डिमांड और सप्लाई में करीब हजार मेगावाट की कमी से जूझ रहा था। ऐसे में अचानक करीब दो हजार मेगावाट बिजली की कमी को दूर करना पावर कॉरपोरेशन के लिए परेशानी का सबब बन गया है। नतीजतन, लखनऊ, आगरा, इटावा, मैनपुरी सैफई, बनारस और रामपुर को छोड़कर समूचे प्रदेश में जबरदस्त अघोषित कटौती की जा रही है।पश्चिम यूपी के कई जिलों में आठ से बारह घंटे की कटौती की जा रही है। पूर्वांचल में भी जबरदस्त बिजली की कटौती का दौर जारी है। कॉरपोरेशन के अधिकारियों के अनुसार बिजली की डिमांड पूरी नहीं हो पा रही है।