लोहिया के समाजवाद फार्मूले पर बिहार चुनाव में उतरेगी सपा
दस्तक टाइम्स/ ब्यूरो
लखनऊ. समाजवादी पार्टी बिहार चुनाव में लोहिया के समाजवाद में शामिल जाति बंधन तोड़ो के फार्मूले को अपना हथियार बनाएगी। इस फार्मूले का प्रयोग इससे पहले एनडीए ने भी लोकसभा चुनाव में सबका साथ-सबका विकास के नारे के रूप में किया था, जोकि काफी कारगर साबित हुआ था। इसके अलावा सपा वोटों को रिझाने के लिए यूपी को उदाहरण के रूप में पेश करेगी। इसमें पार्टी की तरफ से यह बताने की कोशिश की जाएगी कि साल 2012 के विधानसभा चुनाव में पार्टी ने जितने भी वादे किए, उन सभी को पूरा करके दिखाया। चाहे वह छात्रों को लैपटॉप देने की योजना हो या बेरोजगारों को भत्ता, दवा, पढ़ाई मुफ्त करने की बातसीटों के बंटवारे की गणित से नाराज सपा के महागठबंधन से अलग होने के बाद अब एनडीए और गैर कांग्रेसी दल एक साथ मिलकर चुनाव लड़ने की तैयारी में है। सपा के अकेले चुनाव में उतरने को लेकर महागठबंधन खेमे में हलचल बनी हुई है। उधर, पार्टी के कद्दावर नेता छोटे-छोटे दलों को अपनी तरफ करने की कोशिश में लगे हुए हैं। कुछ दलों से आने वाले दिनों में विलय की बात चल रही है। पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और राज्यसभा सांसद किरणमय नंदा बिहार में लगातार सपा को मजबूत करने की कोशिश में जुटे हुए हैं।RLD नेता जयंत चौधरी का मुलायम पर निशाना, कहा- CBI से डरे सपा सुप्रीमोमुलायम के मित्र की अंत्येष्टि में पहुंचे शिवपाल, सपा का झंडा रखकर किया सम्मानस्टेज पर मुलायम ने की अखिलेश की फजीहत, स्कूल शुरू करने के लिए दी डेडलाइनचुनाव अभियान को लेकर किरणमय नंदा कहते हैं कि इससे पहले पार्टी बिहार चुनाव में उतनी मजबूती के साथ नहीं उतरी है जितनी इस बार उतरेगी। उन्होंने कहा कि जब सपा सुप्रीमों ने जनता परिवार का गठन किया तो उसके पीछे मंशा थी कि यह परिवार गैर बीजेपी और गैर कांग्रेसी होगा। लेकिन आरजेडी और जेडीयू की कांग्रेस के साथ घनिष्ठता होने से जनता परिवार का मकसद अधूरा रह गया। जिसे अब समाजवादी पार्टी पूरा करेगी।किरणमय ने कहा कि आज बिहार का नाम पिछड़े प्रदेश में आता है। यहां विकास की बात न तो बीजेपी ने की और न ही कांग्रेस ने। सभी ने महज अपना हित ही साधा, लेकिन सपा इस बार जनता का समर्थन लेकर सरकार बनाने की दिशा में काम करेगी। जेडीयू सांसद अली अनवर के बयान पर उन्होंने कहा कि बीजेपी के साथ जेडीयू ही सत्ता में रही है। फिर किस जुबान से वो बीजेपी को इससे फायदा पहुंचाने की बात कह रहे हैं। आपको बता दें कि अली अनवर ने सपा के महागठबंधन से अलग होने के बाद कहा था कि इससे बीजेपी को फायदा होगा।