अन्तर्राष्ट्रीय

यूरोपीय देशों ने भी दी गोइदो को मान्यता, मादुरो ने खारिज किया चुनाव का अल्टीमेटम

अमेरिका, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया और कई लैटिन अमेरिकी देशों के बाद ब्रिटेन समेत स्पेन, फ्रांस और अन्य यूरोपीय संघ से जुड़े देशों ने भी सोमवार को वेनेजुएला के विपक्षी नेता जुआन गोइदो को अंतरिम नेता के रूप में मान्यता दे दी है। इससे पहले वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो ने यूरोपीय देशों की उस मांग को खारिज कर दिया जिसमें समय से पहले देश में चुनाव कराने की मांग की गई।

विपक्षी नेता जुआन गोइदो द्वारा खुद को लैटिन अमेरिकी देश का अंतरिम राष्ट्रपति घोषित करने के बाद यूरोपीय देशों की मांग पर मादुरो ने कहा कि वह उनके पद छोड़ने की मांग करने वालों के दबाव में नहीं आएंगे।

मादुरो ने स्पेनिश टीवी चैनल से एक इंटरव्यू में कहा, ‘वे हमें टकराव की चरम स्थिति में ढकेलने के लिए अल्टीमेटम के साथ बांधने की कोशिश कर रहे हैं।’ जबकि स्पेन के पीएम पेड्रो सांचेज ने एक बार फिर मादुरो से देश में जल्द से जल्द चुनाव कराने की अपील की। उधर ब्रिटेन के विदेश मंत्री जेरेमी हंट ने भी कहा, हमें उम्मीद है कि गोइदो को अंतरिम राष्ट्रपति की मान्यता देने से मानवीय संकट दूर हो सकेगा।

फ्रांस, ऑस्ट्रिया, स्वीडन और डेनमार्क ने भी जुआन गोइदो को वेनेजुएला के अंतरिम नेता के बतौर मान्यता दे दी है। इससे विश्व परिदृश्य में मौजूदा राष्ट्रपति मादुरो अलग-थलग पड़ते दिखाई दे रहे हैं। इन सभी देशों ने मादुरो को रविवार तक की समय सीमा देकर चुनाव कराने की मांग की थी, लेकिन मादुरो ने उनकी मांग को स्पष्ट रूप से खारिज कर दिया।

सैन्य दखल को अमेरिका ने बताया विकल्प तो रूस ने किया विरोध 

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि वेनेजुएला में सैन्य दखल करना एक विकल्प है। जबकि ओपेक देशों के सहयोगी रूस ने इस तरह के विनाशकारी कदम का विरोध किया है। अमेरिका मादुरो को हटाने के लिए वैश्विक अभियान का नेतृत्व कर रहा है। ट्रंप ने सीबीएस न्यूज को कहा, ‘मैं यह नहीं कहना चाहता, लेकिन निश्चित रूप से सैन्य दखल एक विकल्प है।’ दूसरी तरफ, कुछ वर्षों से वेनेजुएला के खास सहयोगी रहे रूस के विदेश मंत्री ने कहा कि ‘सभी देशों वेनेजुएला की मदद करनी चाहिए। विश्व को चाहिए कि वह इस देश को संकट से निकाले न कि उसे बर्बाद करने की योजना बनाए।’

चीन को मनाने बीजिंग पहुंचे गोइदो, अमेरिका की भी नजर

वेनेजुएला में सत्ता संघर्ष चरम पर पहुंच गया है। ताजा घटनाक्रम में विपक्ष के नेता जुआन गोइदो चीन को अपने पक्ष में करने के लिए बीजिंग यात्रा पर हैं। इस यात्रा पर अमेरिका ने भी पैनी निगाह बनाई हुई है, क्योंकि चीन और रूस राष्ट्रपति मादुरो के पक्ष में हैं। ऐसे में गोइदो चीन को आश्वस्त करने की कोशिश करेंगे कि यदि वह मादुरो को सत्ता से बाहर करने में सफल रहे तो द्विपक्षीय रिश्तों का सम्मान करेंगे। यदि गोइदो चीन को अपने पक्ष में करने में सफल हो जाते हैं तो इसे उनकी एक बड़ी जीत माना जाएगा।

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