UP विधानसभा में लगे नारे- सांड़ और किसान, दोनों परेशान
उत्तर प्रदेश में विधानसभा में मंगलवार को जोरादार हंगामा देखने को मिला. विधानसभा का बजट सत्र राज्यपाल के अभिभाषण के साथ शुरू हो गया लेकिन सदन के भीतर समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के विधायकों ने जोरदार नारेबाजी की. यहां तक कि राज्यपाल राम नाईक के अभिभाषण के दौरान विपक्षी सदस्यों ने उनकी ओर कागज के गोले भी उछाले.
राज्यपाल जैसे ही सदन के भीतर अभिभाषण के लिए दाखिल हुए तभी विपक्षी सदस्यों ने हंगामा शुरू कर दिया. सपा-बसपा के विधायकों ने ‘राज्यपाल वापस जाओ’ के नारे लगाये और उनकी तरफ कागज के गोले फेंके. हंगामे के बीच राज्यपाल ने करीब 55 मिनट में पूरा अभिभाषण पढ़ा और प्रदेश सरकार की योजनाओं और उपलब्धियों का सिलसिलेवार ब्यौरा पेश किया.
सपा के विधायक तो गाय-सांड़ के कटआउट और पोस्टर लेकर सदन में आए थे. पोस्टरों पर योगी सरकार को निशाना बनाते हुए स्लोगन लिखे गए थे. सदस्यों के हाथों में ‘सांड़ और किसान, दोनों परेशान’, ‘गठबंधन से घबराये हैं, सीबीआई ईडी लाये हैं’, ‘झूठे वादे बंद करो, मुख्यमंत्री शर्म करो’, ‘खेत बचाओ सांड़ों से, देश बचाओ चोरों से’ जैसे नारे लिखे थे.
विधायकों के पोस्टरों में सीबीआई को पिंजरे में बंद तोते के तौर पर दिखाया गया था. कुछ सदस्य यूपी में आवारा पशुओं की समस्या को दर्शाने के लिये हाथों में गाय और बैल के कटआउट लेकर नारेबाजी कर रहे थे. हंगामा इतना ज्यादा था कि इस दौरान कुर्सी पर खड़े सपा सदस्य सुभाष पासी बेहोश होकर गिर गये, जिन्हें फौरन अस्पताल पहुंचाया गया.
विपक्षी दलों के इस व्यवहार से सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ काफी नाराज दिखे. सदन की कार्यवाही के बाद उन्होंने कहा कि सपा-बसपा विधायकों का बर्ताव संसदीय मर्यादा के खिलाफ है. विपक्षी दलों के सदस्यों ने सदन के भीतर अराजकता का प्रदर्शन किया और राज्यपाल के अभिभाषण में भी बाधा पहुंचाई है.