भारत के पास एक और इतिहास रचने का सुनहरा मौका
हैमिल्टन। भारतीय क्रिकेट टीम रविवार को न्यूजीलैंड के खिलाफ जब तीसरे और आखिरी टी-20 में मैदान पर उतरेगी तो उसके पास एक और इतिहास रचने का सुनहरा मौका होगा।
भारत ने न्यूजीलैंड से पहले ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट और एकदिनी शृंखला में जीत हासिल कर इतिहास रचा था। इसके बाद न्यूजीलैंड के खिलाफ पांच मैचों की एकदिनी शृंखला में भी 4-1 से जीत हासिल की और अब तीन टी-20 मैचों की शृंखला में 1-1 से बराबरी पर है। टीम यदि रविवार को तीसरे टी-20 में जीत दर्ज करती है तो यह न्यूजीलैंड की जमीन पर उसकी पहली टी-20 शृंखला जीत होगी। तीन टी-20 मैचों की शृंखला के पहले मैच में 80 रन से मिली करारी हार के बाद भारत ने दूसरे मैच में शानदार वापसी कर न्यूजीलैंड में अपनी पहली टी-20 जीत हासिल की थी।
इससे सीरीज 1-1 की बराबरी पर है और दोनों टीमों के लिए आखिरी मैच निर्णायक बन गया है। भारत के लिए दूसरे मैच में सब कुछ सही रहा था। उसके गेंदबाजों ने पहले मैच की तरह रन नहीं लुटाए थे। एक बार फिर उसके गेंदबाजों पर यही जिम्मेदारी होगी। पहले मैच में खलील विफल रहे थे लेकिन दूसरे मैच में उन्होंने अच्छा प्रदर्शन किया था। भारतीय टीम में बदलाव की संभावना लगभग न के बराबर है। रोहित, विजय शंकर को हालांकि बाहर बैठा सकते हैं क्योंकि टीम के पास पर्याप्त गेंदबाज हैं।
उन्होंने दूसरे मैच में गेंदबाजी नहीं की थी। बल्लेबाजी में भी वह अच्छा योगदान नहीं दे पाए थे। दूसरी तरफ, किवी टीम की बात की जाए टिम सेइफर्ट ने पहले मैच में जिस तरह का प्रदर्शन किया था, वह उसे दोहराने की कोशिश करेंगे। कोलिन मनुरो अपने पसंदीदा प्रारूप में फॉर्म में आ चुके हैं। कप्तान केन विलियम्सन का बल्ला भी अच्छा बोल रहा है। गेंदबाजी में टिम साउदी, ईश सोढ़ी और मिशेल सेंटनर पर बड़ी जिम्मेदारी होगी। गेंदबाजी में ग्रांडहोम और स्कॉट कुजेलेजिन का प्रदर्शन ज्यादा प्रभावी नहीं रहा है। आखिरी मैच में इन दोनों को अपने खेल के स्तर को ऊपर उठाना होगा।