6 लोगों की जान लेने वाली जहरीली शराब में जो केमिकल मिलाया गया, वह बहुत खतरनाक था और स्वाद तीखा। इसका दावा पोस्टमार्टम करने वाले उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के डॉक्टरों ने किया है। इस जहरीले केमिकल का नाम क्या है और यह लोगों की जान के लिए कितना घातक है, इसका पता लगाने की खातिर मरने वाले सभी लोगों का विसरा सुरक्षित रखा गया है। यह रिपोर्ट दोनों राज्यों ने फोरेंसिक लैब में भेजी गई है।
शराब कांड में कुल 116 लोगों की मौत हुई। जहरीली शराब पीने के बाद बेहोश 42 लोगों को मेरठ मेडिकल में भर्ती कराया गया, जिनमें से 23 की जान चली गई। इनका पोस्टमार्टम मेरठ में ही कराया गया। डॉक्टर का दावा है कि सभी लोगों की एक जैसी रिपोर्ट आई है। विसरा सुरक्षित रखा गया।
वहीं सहारनपुर और रुड़की में भी मरने वालों का पोस्टमार्टम हुआ। इनकी रिपोर्ट सहारनपुर सीएमओ और पुलिस प्रशासन ने ली। उनकी भी पोस्टमार्टम रिपोर्ट एक जैसी है। इससे जाहिर कि सभी 116 लोगों की जान लेने वाला एक ही जहरीला पदार्थ था, जोकि शराब में मिलाया गया था।
तीन फोरेंसिक लैब भेजी जाएगी रिपोर्ट
यह जहरीला केमिकल कौन सा है, इसका पता उत्तर प्रदेश की आगरा, मोदीनगर और उत्तराखंड की फोरेंसिक लैब लगाएंगी। पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टरों ने विसरा सुरक्षित कर पुलिस प्रशासन को रिपोर्ट भेजी है। पीएम रिपोर्ट के कागजात मेरठ, सहारनपुर और रुड़की में तैयार हो रहे हैं, ताकि जल्द ही फोरेंसिक रिपोर्ट आए।
कई राज खुलेंगे
यूपी और उत्तराखंड सरकार ने पुलिस और प्रशासन को निर्देश दिए हैं कि फोरेंसिक लैब से जल्द रिपोर्ट मंगवा लें। क्योंकि यह भी देखना होगा कि बाजार में आसानी से उपलब्ध होने वाला यह जहरीला केमिकल कहां ज्यादा मिलता है। डीएम और एसएसपी सहारनपुर ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट के साथ अपनी चिट्ठी लगाई कि जहरीला पदार्थ कौन सा है, इसको भी स्पष्ट करें।
खतरनाक पदार्थ, नसें गईं सिकुड़
डीआईजी अखिलेश कुमार ने बताया कि मेरठ में 23 लोगों का पोस्टमार्टम हुआ है। उनकी रिपोर्ट मैंने भी पढ़ी है। शराब में मिलाया गया केमिकल बहुत खतरनाक है। शरीर के अंदर की नर्सें तक सिकुड़ गईं। सांस लेने में दिक्कत आई। मेडिकल थाने में 23 लोगों का विसरा रखा हुआ है। सहारनपुर पुलिस फोरेंसिक लैब में बिसरा भेजने के लिए कागज तैयार कर रही है।
मेरठ-सहारनपुर में जहरीली शराब पीकर मरने वालों के पोस्टमार्टम हुए। दोनों जनपदों की रिपोर्ट में मरने का कारण एक जैसा बताया गया है। विसरा को फोरेंसिक लैब भेजकर जांच कराई जाएगी। रिपोर्ट आने पर कार्रवाई तेज की जाएगी।