राजस्थान के बच्चे पढ़ेंगे पुलवामा अटैक की कहानी, कोर्स में होगी शामिल
पुलवामा अटैक के बाद पूरा देश शहीदों को अलग अलग तरीके से श्रद्धांजलि दे रहा है. ऐसे में राजस्थान सरकार ने भी बच्चों की किताबों में शहीदों की गौरव गाथाएं शामिल करने का फैसला किया है. इन गौरव गाथाओं में पुलवामा हमले के शहीदों की कहानी इसमें शामिल की जाएंगी. राजस्थान के शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि जम्मू कश्मीर के पुलवामा की घटना दुखद है और कोर्स में इसे शामिल करने का स्वरूप क्या होगा, इस बारे में पाठ्यक्रम समिति को फैसला करना है.
शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि राजस्थान के आगामी शैक्षणिक सत्र में बच्चों को शहीदों के शौर्य के बारे में जानकारी देने के लिए शहीदों की गौरव गाथाएं पाठ्यक्रम में शामिल की जाएंगी. साथ ही उन्होंने सामाचार एजेंसी भाषा को बताया कि कोर्स में शहीदों की गौरव गाथाएं किस रूप में होंगी, किस तरीके से होंगी और क्या-क्या शामिल किया जाएगा, इस बारे में पाठ्यक्रम समिति फैसला करेगी.
उन्होंने यह भी कहा कि सरकार का उद्देश्य है कि शहीदों की गौरव गाथाओं को कोर्स में उस तरीके से बताया जाए कि लोग उससे प्रेरित हों और शहीदों का सम्मान हो. उन्होंने बताया कि कोर्स में शामिल करने के लिए कक्षा एक से आठ तक और कक्षा नौ से 12 तक की बनाई गई दोनों समितियों को इस बारे में निर्देशित कर दिया गया है.
उन्होंने बताया कि हालांकि दोनों समितियों को 20 फरवरी तक का समय दिया गया है, लेकिन आवश्यकतानुसार समय सीमा को बढ़ाया जा सकता है. उन्होंने कहा कि आगामी सत्र में बच्चों को शहीदों की गौरव गाथाओं की जानकारी मिल सके यह सरकार का उद्देश्य है. बता दें कि 14 फरवरी को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर आत्मघाती हमला हुआ था. इस हमले में 40 जवान शहीद हो गए थे.