दरअसल, बीसीसीआई ने शुक्रवार को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 24 फरवरी से शुरू होने वाली दो टी-20 और पांच वन-डे मैचों की सीरीज के लिए 15 सदस्यीय टीम की घोषणा की, जिसमें लेग स्पिनर मयंक मार्कंडेय को पहली बार टी-20 टीम में शामिल किया गया है।
अपने चयन से कुछ घंटे पहले ही मयंक ने इंग्लैंड लॉयंस के खिलाफ दूसरे अनऑफिशियल टेस्ट में 31 रन देकर 5 विकेट झटकते हुए भारत-ए को पारी और 68 रन से जीत दिलाने में अहम योगदान दिया। मयंक ने पिछले कुछ महीनों से शानदार प्रदर्शन दिखाया है, अब उन्हें इसका इनाम भारतीय टीम में जगह के तौर पर मिला है।
चयन के बाद मार्कंडेय ने कहा, ‘नेशनल टीम में चयन होना किसी खिलाड़ी के करियर की सबसे बड़ी उपलब्धि है। सच कहूं तो मुझे इसकी उम्मीद नहीं थी। मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं इतना जल्दी नेशनल टीम में शामिल हो पाऊंगा। मैं खुद को वास्तव में भाग्यशाली मानता हूं।’ उन्होंने आगे कहा, ‘चयनकर्ताओं ने देखा होगा कि रणजी ट्रॉफी के साथ-साथ मेरा प्रदर्शन भारत ए के लिए सार्थक रहा है। मैं वास्तव में खुश हूं कि उन्होंने मुझे खुद को साबित करने का मौका दिया है।’
बता दें कि इस युवा खिलाड़ी ने मयंक ने अब तक 7 प्रथम श्रेणी मैचों में 21.26 के औसत से 34 विकेट लिए हैं, जिनमें तीन बार पारी में पांच विकेट लेना शामिल है। इसके अलावा उन्होंने 22 लिस्ट-ए मैचों में 19.97 की औसत से 45 विकेट झटके हैं।
मालूम हो कि आईपीएल 2018 में फ्रेंचाइजी मुंबई इंडियंस के लिए खेलते हुए उन्होंने 14 मैच में 24.53 के औसत से 15 विकेट लेकर सुर्खियां बटोरी थी। बीसीसीआई के मुख्य चयनकर्ता एमएसके प्रसाद ने कहा, ‘हम मयंक को बैकअप स्पिनर के तौर पर देख रहे हैं। हम उन्हें इंडिया-ए के जरिए मौका देकर आगे बढ़ा रहे हैं और आज उन्होंने पारी में पांच विकेट लिए हैं। इसलिए हम उन्हें मौका देना चाहते हैं और वह हमारे बैकअप स्पिनर होंगे।’