बदनाम होकर भी विश्व विजेता बन जाएगा पाकिस्तान!
पुलवामा आतंकी हमले का आक्रोश अब सरहद के बाद क्रिकेट के मैदान पर भी दिख रहा है। वर्ल्ड कप में भारत-पाकिस्तान मैच को लेकर सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित कमेटी सीओए ने शुक्रवार को बैठक के बाद गेंद सरकार के पाले में डाल दी। मतलब अब पाकिस्तान के साथ भिड़ंत होगी या नहीं इसका फैसला सरकार ही करेगी, जिसे खुशी-खुशी बीसीसीआई स्वीकार करेगी। बहरहाल वर्ल्ड कप में पाकिस्तान के साथ ना खेलने से भारतीय टीम को कितना बड़ा नुकसान हो सकता है, इसे जरा करीब से समझ लेते हैं।
अगर वर्ल्ड कप में पाकिस्तान के साथ नहीं खेलेगा भारत?
अगर भारत वर्ल्ड कप में पाकिस्तान के साथ खेलने से इनकार करता है तो इसका सीधा फायदा पाकिस्तान को होगा। पाकिस्तान के खाते में बिना मुकाबला जीते ही दो प्वॉइंट जुड़ जाएंगे।
वर्ल्ड कप में पाकिस्तान के लिए यह दो प्वॉइंट काफी अहम होंगे। इन दो प्वॉइंट्स की बदौलत पाकिस्तान किसी अन्य टीम से मुकाबला हारने के बाद भी अगले दौर में क्वालीफाई कर लेगा। वर्ल्ड कप के इतिहास में पाकिस्तान आज तक भारत से कोई मुकाबला नहीं जीत पाया है। दोनों टीमों के मौजूदा हालातों को देखा जाए तो टीम इंडिया का पलड़ा ज्यादा मजबूत नजर आता है। ऐसे में पाक के खिलाफ मैच न खेलकर भारत अपने ही पैरों पर कुल्हाड़ी मारेगा।
इस बार क्यों खास है वर्ल्ड कप?
चार साल के अंतराल में होने वाले एकदिवसीय क्रिकेट वर्ल्ड कप में दुनिया की टॉप-10 क्रिकेट टीमें हिस्सा लेती हैं। इस बार का वर्ल्ड कप इसलिए भी खास है क्योंकि इस बार यह ‘राउंड रॉबिन’ पर आधारित है। यानी सभी टीमों को एक-दूसरे के साथ मुकाबले खेलने होंगे। इसमें हर टीम को नौ मुकाबले खेलने पड़ते हैं। इसमें से चार टीमें सेमीफाइनल में पहुंचती हैं और दो फाइनल में।
आईसीसी रैंकिंग में इंग्लैंड (1), भारत (2) न्यूजीलैंड (3), दक्षिण अफ्रीका (4), पाकिस्तान (5) और ऑस्ट्रेलिया छठे नंबर पर है। ऐसे में इन 6 टीमों के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिल सकता है।
कैसे मिल सकता है पाकिस्तान को फायदा?
न्यूजीलैंड और दक्षिण अफ्रीका बेशक दो मजबूत टीमे हैं, लेकिन दोनों में से अब तक किसी भी देश ने वर्ल्ड कप की ट्रॉफी नहीं जीती है। वहीं, डेविड वॉर्नर और स्टीव स्मिथ की गैर-मौजूदगी में ऑस्ट्रेलियाई टीम पहले जितनी मजबूत नहीं नजर आती। ऐसे में पाकिस्तान के लिए यह दो अंक काफी निर्णायक हो सकते हैं।