भारतीय वायुसेना से थर्राया पाकिस्तान, 10 दिन तक हुई हमले की पूरी तैयारी

पुलवामा हमले के 12 दिन बाद भारतीय वायुसेना ने अपना दमखम दिखाते हुए पाक अधिकृत कश्मीर में बम बरसाकर कई आतंकी ठिकाने तहस-नहस कर दिए हैं। भारत के 12 मिराज विमानों ने कुल 1000 किलो से ज्यादा बम गिराकर पुलवामा के गुनहगार जैश-ए-मोहम्मद समेत कई संगठनों के ठिकानों को तबाह कर दिया।
कैसे बना हमले का प्लान?
लेकिन ये सब अचानक नहीं हुआ। पुलवामा हमले के अगले ही दिन वायुसेना ने कह दिया था कि वो जवाबी कार्रवाई की अगुवाई के लिए पूरी तरह तैयार है।
15 फरवरी, सुबह 9.30 बजे– भारतीय वायु सेना अध्यक्ष बीएस धनोआ ने पुलवामा के जवाब में हवाई हमले का विकल्प सामने रखा। जिसे सरकार ने हरी झंडी दिखाई।
16 से 20 फरवरी– भारतीय वायु सेना और थल सेना ने मिलकर हेरोन ड्रोन के जरिए एलओसी पर हवाई सर्वेक्षण किया
20 से 22 फरवरी– वायु सेना और खुफिया एजेंसियों ने हमले के संभावित ठिकानों का नक्शा तैयार किया
21 फरवरी- राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल को हवाई हमले के लक्ष्यों की जानकारी दी गई
22 फरवरी– वायु सेना का एक स्क्वाड्रन टाइगर्स और सात स्क्वाड्रन बैटल एक्सेज को सक्रिय किया गया
22 फरवरी– दो मिराज स्क्वाड्रन ने 12 विमानों को मिशन के लिए चुना
24 फरवरी- मध्य भारत में परीक्षण किया गया
26 फरवरी– तड़के साढ़े तीन बजे भारतीय वायु सेना के मारक मिराज विमानों ने पाक अधिकृत कश्मीर में घुसकर 12 आतंकी ठिकानों को तबाह किया