यहाँ भारतीय सेना की रक्षा करता है देवी माँ का ये मंदिर
पिछले करीब 10 दिन से देश में तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है. जब से पाकिस्तान ने भारत में आतंकी हमला किया है तब से ही देशभर के लोग आक्रोशित थे. इस हमले में हमारे देश के करीब 40 जवाब शहीद हो गए थे जिसके बाद भारतीय वायुसेना ने भी एयर स्ट्राइक पर पाकिस्तान में तबाही मचा दी थी. इन सब के बीच हाल ही में एक ऐसे मंदिर के बारे में चर्चा हो रही है जो सीमा पर हमारे देश की रक्षा करने वाले जवानों की रक्षा करता है.
जिस मंदिर के बारे में हम बात कर रहें हैं वो राजस्थान के जैसलमेर से 130 किलोमीटर दूर तनोट में स्थित है. ऐसा कहा जाता है कि इस मंदिर में कुछ ऐसी शक्तियां मौजूद हैं जो हमारे देश के सैनिकों की रक्षा करती हैं. साल 1965 में पाकिस्तान की सेना ने इस इलाके में करीब 3000 से ज्यादा बम बरसाए थे और तब हर जगह तबाही मची थी लेकिन इस मंदिर को कोई नुक्सान नहीं पंहुचा था. इतना ही नहीं सुनने में तो ये भी आया है कि इस मंदिर के आसपास जितने भी बम गिरे वो सभी फुस्स हो गए थे.
आपको बता दें साल 1971 में हुए भारत-पाकिस्तान के युद्द के दौरान भी इस मंदिर के आस-पास करीब साढ़े चार सौ बम गिराए गए थे लेकिन सभी बम बेअसर हुए थे. इस मंदिर में भारतीय सेना ने एक विजय स्तंभ भी बनाया गया है जहां हर साल ही शहीद जवानों की याद में उत्सव भी मनाया जाता है. इतना ही नहीं सभी बम को मंदिर परिसर के म्यूजियम में भी रखा गया है. मंदिर का पूरा जिम्मा सीमा सुरक्षा बल ने ही ले रखा है. इस मंदिर में हिंगलाज माता विराजित है जिन्हे आवड़ माता के नाम से भी जाना-जाता है. आवड़ माता की एक शक्तिपीठ पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान में भी मौजूद है. मंदिर के पट पर पूरी कहानी भी लिखी हुई है.