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डेंगू से 18 की मौत , सर्जनों को दिए गए डेंगू-मलेरिया कंट्रोल करने के निर्देश

दस्तक टाइम्स /एजेंसी
daguचंडीगढ़ः 2015 में डेंगू के मामलों में लगातार वृद्धि हो रही है । डेंगू एक ऐसी बीमारी हैं जो एडिस इजिप्टी मच्छरों के काटने से होती हैं। इस रोग में तेज बुखार के साथ शरीर पर चकते बनने शुरू हो जाते हैं। जहां यह महामारी के रूप मे फैलता है वहां एक समय में अनेक प्रकार के विषाणु सक्रिय हो सकते है। पंजाब-हरियाणा में अब तक करीब 20 लोगों को शिकार बना चुके डेंगू से लड़ने के लिए दोनों राज्यों की सरकारें जागती दिखी हैं। हरियाणा में बुधवार को दो और मौतों के बाद डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ की छुटि्टयां रद्द कर दी हैं। दोनों राज्यों में गली-मोहल्ले में फोगिंग करवाने, दवा का छिड़काव कराने और व्यवस्थाओं की मॉनीटरिंग करने के निर्देश दिए गए हैं।पंजाब में भी डेंगू से मरने वालों की संख्या छह हो गई है। सरकार अभी तक एक की भी पुष्टि नहीं कर रही। दूसरी ओर बुधवार को फरीदाबाद में एक महिला समेत दो मरीजों की मौत का मामला सामने आया। हालांकि, सरकार अभी तक एक ही मौत की पुष्टि कर रही है। जबकि, कुल 18 लोगों की मौत हो चुकी है। दोनों राज्यों में 3027 केस आ चुके हैं। हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने बताया कि पंचकूला, गुड़गांव और करनाल में प्लेटलेट्स चढ़ाने की सुविधा शुरू हो गई। सिविल सर्जनों को डेंगू-मलेरिया कंट्रोल करने के निर्देश दिए गए हैं। लारवा खत्म करने को घर-घर सर्वे होगा। डेंगू मरीजों के लिए अलग वार्ड बनाए गए हैं। दूसरी ओर, पंजाब के स्वास्थ्य विभाग के प्रोग्राम अफसर डॉ. गगनदीप सिंह ने बताया कि डेंगू से बचाव के लिए विशेष टीमें गठित की गई हैं। प्रिंसिपल सेक्रेटरी हेल्थ विनी महाजन ने बुधवार सभी अस्पतालों में स्पेशल वार्ड बनाने के निर्देश दिए।

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