जैश ने मौलाना मसूद अजहर की मौत की खबरों को किया खारिज
नई दिल्ली। आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने रविवार को अपने संस्थापक मौलाना मसूद अजहर की मौत की खबरों को खारिज कर दिया है। इससे कुछ देर पहले पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट्स के हवाले से मौलाना मसूद अजहर के मरने की खबर आई थी। इससे पहले एक वायरल रिपोर्ट में कहा गया कि मौलाना मसूद अजहर भारतीय वायुसेना द्वारा बालाकोट में आतंकी शिविर पर की गई बमबारी में मारा गया है। हालांकि इस्लामाबाद अब भी इस पर चुप्पी साधे हुए है।
इससे पहले पाकिस्तान से आई स्थानीय मीडिया रिपोर्टों में कहा गया था कि भारतीय वायुसेना द्वारा हाल में की गई एयर स्ट्राइक के दौरान अजहर मसूद गंभीर रूप से घायल होने के बाद वहां के एक अस्पताल में उपचाराधीन था। बालाकोट में आतंकी शिविर पर भारतीय वायुसेना द्वारा की गई बमबारी की एक रिपोर्ट वायरल होने के बाद रविवार को मसूद अजहर के ठिकाने के बारे में गहन अटकलें लगाई गईं लेकिन पाकिस्तान के किसी भी आधिकारिक स्रोतों से इसकी कोई पुष्टि नहीं की गई।
जैश-ए-मोहम्मद के ट्रेनिंग कैम्पों पर भारतीय वायुसेना की सटीक बमबारी से होने वाले नुकसान को दिखाने के लिए बढ़ते दबाव के बीच भारत साक्ष्य जारी करने पर विचार कर रहा है। भारतीय वायुसेना ने घोषणा की थी कि हवाई हमले के असर का खुलासा करने के बारे में सरकार द्वारा कदम उठाया जाना था। हालांकि रडार छवियों द्वारा एकत्र किए गए इलेक्ट्रॉनिक सबूत संरचनाओं को हुए नुकसान को साबित करने के लिए पर्याप्त थे।
हालांकि एयर स्ट्राइक में हताहतों की संख्या के बारे में कोई विश्वसनीय पुष्टि नहीं की गई थी और पाकिस्तान तब से लगातार इस बारे में किसी तरह के नुकसान इनकार करता रहा है। इस बीच मसूद अजहर के भाई मौलाना अम्मार की एक वीडियो क्लिप शनिवार को सामने आई थी। इसमें उसे यह स्वीकार करते हुए सुना जा सकता है कि बालाकोट शिविर पर बड़े पैमाने पर तबाही हुई है। ऐसा कहा जा रहा है कि यह रिकार्डिंग हवाई हमले के बाद पेशावर में आयोजित एक सार्वजनिक समारोह में की गई थी।
हाल ही में सीएनएन को दिए एक इंटरव्यू के दौरान पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने स्वीकार किया था कि जैश-ए-मोहम्मद प्रमुख मौलाना मसूद अजहर पाकिस्तान में है लेकिन उन्होंने कहा था कि वह बहुत अस्वस्थ है और अपने घर को छोड़ने की स्थिति में भी नहीं हैं।
उल्लेखनीय है कि अजहर के ग्रुप जैश-ए-मोहम्मद के फिदायीन ने ही पुलवामा (जम्मू-कश्मीर) में 14 फरवरी को सीआरपीएफ काफिले पर हमला किया था, जिसमें 40 जवान शहीद हुए थे।
इंडियन एयरलाइंस फ्लाइट आईसी-814 को हरकत-उल-मुजाहिदीन ने पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई की शह पर अज़हर और दो अन्य आतंकवादियों को मुक्त कराने के लिए अपहृत किया था। अपहर्ता अपनी इस साजिश में कामयाब रहे थे।