चाणक्य निति: अगर आपको पता है इन प्रश्नों के उत्तर, तो सफलता चूमेगी आपके कदम
वर्तमान समय में आप लोगों ने तो देखा ही होगा ज्यादातर लोग धन कमाने के चक्कर में बहुत कड़ी मेहनत करते हैं परंतु फिर भी उन लोगों को अपनी मेहनत के अनुसार फल की प्राप्ति नहीं हो पाती है व्यक्ति को कुछ कार्यों में तो सफलता हासिल हो जाती है परंतु कुछ कार्यों में उसको असफलता का सामना करना पड़ता है अगर आप चाहते हैं कि आपकी सफलता का प्रतिशत बढ़ जाए तो आज हम आपको आचार्य चाणक्य जी द्वारा बताई गई कुछ ऐसी नीतियों के बारे में जानकारी देने वाले हैं जिनका ध्यान रखकर आप अपने ज्यादातर कार्यों में सफलता हासिल कर सकते हैं अगर आप अपने कार्यों में सफल हो जाएंगे तो जाहिर सी बात है कि आपको धन संबंधित लाभ भी प्राप्त होगा इस प्रकार आप धन का संचय करने में सफल रहेंगे।
आचार्य चाणक्य जी अपने जमाने के बहुत ही अच्छे नीति कार हुआ करते थे इन्होंने जो बातें अपनी नीतियों में बताई है वह वर्तमान समय में सच साबित हो रही है जो व्यक्ति इनके द्वारा बताई गई नीतियों पर अमल करता है तो उसको कभी भी हार का सामना नहीं करना पड़ता है यह वही आचार्य चाणक्य थे जिन्होंने एक सामान्य से बालक को मगध का राजा बना दिया था इस बालक का नाम चंद्रगुप्त था।
आइए जानते हैं व्यक्ति को किन प्रश्नों का उत्तर पता होना चाहिए
1. यह समय कैसा है
आचार्य चाणक्य जी का ऐसा कहना है कि वही व्यक्ति समझदार और सफल होता है जिसको इस प्रश्न का उत्तर हमेशा मालूम रहता है कि यह समय कैसा है? हर समझदार व्यक्ति इस बात को अच्छी तरह जानता है कि वर्तमान समय कैसा चल रहा है अभी का समय सुख का है या फिर दुख का है? समझदार व्यक्ति इसी के आधार पर कार्य करता है यदि व्यक्ति के जीवन में सुख के दिन चल रहे हैं तो वह अच्छे कार्य करता रहता है अगर व्यक्ति के दुख के दिन चल रहे हैं तो उसको अपने कार्यों के साथ साथ धैर्य बनाए रखना चाहिए अगर व्यक्ति दुख के दिनों में अपना धैर्य खो देगा तो इसका बुरा परिणाम भुगतना पड़ सकता है।
2. हमारा मित्र कौन है
आचार्य चाणक्य जी का कहना है कि व्यक्ति को हमेशा इस बात की जानकारी होनी चाहिए कि उसका सच्चा मित्र कौन कौन है और मित्रों के रूप में उसका दुश्मन कौन है क्योंकि व्यक्ति अपने शत्रुओं से हमेशा भलीभांति परिचित रहता है और उनसे बचते हुए अपने सभी कार्य पूरे करता है परंतु अगर आपका कोई दुश्मन मित्र के रूप में है तो उसको पहचानना बहुत ही आवश्यक है अगर आप मित्र के रूप में शत्रु को नहीं पहचान पाएंगे तो आपके द्वारा किए गए सभी कार्य असफल रहेंगे।
3. आय और व्यय की सही जानकारी
आचार्य चाणक्य जी ने अपनी नीतियों में इस बात का उल्लेख किया है कि समझदार व्यक्ति वही होता है जो अपनी आय और व्यय की सही जानकारी रखता है हमेशा व्यक्ति को अपनी आय के अनुसार ही खर्च करना चाहिए जो व्यक्ति आय से अधिक खर्च करते हैं उनको अपने जीवन में परेशानियां ही मिलती है अगर आप अपनी आय से कम खर्च करेंगे तो थोड़ा थोड़ा ही सही परंतु आपका धन इकट्ठा होता रहेगा जो आपको कभी ना कभी काम जरूर आ सकता है।
4. यह देश कैसा है
हर व्यक्ति को इस बात की जानकारी होनी चाहिए कि जिस देश में वह काम कर रहा है वह देश कैसा है? वह स्थान, वह शहर और वहां के हालात कैसे हैं? उसके साथ काम करने वाले लोग कैसे हैं? अगर आप इन सभी बातों का ध्यान रखते हुए अपने कार्य करेंगे तो आपको सफलता जरूर हासिल होगी।