आजम खान पर पीडब्ल्यूडी की रोड पर कब्जा करने का आरोप, उर्दू गेट पर चला बुलडोजर
उत्तर प्रदेश के पूर्व कैबिनेट मंत्री आजम खान पर पीडब्ल्यूडी की रोड पर कब्जा करने का आरोप था। बुधवार को इस रोड पर बनाया गया उर्दू गेट प्रशासन ने गिरा दिया गया। डीएम ने विधायक निधि की वसूली और अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए भी शासन को पत्र लिखा है।
- मोहम्मद अली जौहर यूनिवर्सिटी का उर्दू गेट प्रशासन ने गिराया
- पूर्व कैबिनेट मंत्री आजम खान पर है अवैध कब्जे का आरोप
- एसपी के कार्यकाल में गेट को बनाने में 40 लाख हुए थे खर्च
- पीडब्ल्यूडी की सार्वजिनक रोड पर जबरन कब्जे का आरोप
रामपुर : समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता और यूपी के पूर्व कैबिनेट मंत्री आजम खान की मोहम्मद अली जौहर यूनिवर्सिटी का उर्दू गेट जिला प्रशासन ने गिरा दिया है। बुधवार को प्रशासन ने आजम खान द्वारा बनवाए गए इस उर्दू गेट पर बुलडोजर चलवाया। आरोप है कि सत्ता में रहने के दौरान उन्होंने मानकों के विपरीत इस गेट को बनवाकर सरकारी जमीन यूनिवर्सिटी के कब्जे में ले ली थी जबकि यह सार्वजनिक रोड थी। बुधवार को जिला प्रशासन और पुलिस की टीम आजम खान की मोहम्मद अली जौहर यूनिवर्सिटी पहुंची। डीएम आंजनेय कुमार सिंह ने बताया कि इस गेट को सीएनडीएस ने विधायक निधि से बनाया था।
इसे बनाने में किसी भी नियम का पालन नहीं किया गया। अगर किसी रोड पर स्पीड ब्रेकर भी बनाया जाता है तो इसके लिए जिला प्रशासन की अनुमति लेना जरूरी होता है लेकिन इस गेट को बनाने में कोई इजाजत नहीं ली गई। डीएम ने बताया कि पीडब्ल्यूडी की रोड रामपुर जिले को उत्तराखंड से जोड़ती है। इसी रोड के बीच में जौहर यूनिवर्सिटी पड़ती है। इस रोड पर वाहनों का बहुत दबाव रहता है। रोड के बीच में गेट बनाकर रोड को डायवर्ट कर दिया गया था। इसका नतीजा यह हुआ कि रोड बंद हो गई और लोगों को घूमकर जाना पड़ता था। जो रूट डायवर्ट किया गया वह आबादी के बीच से जाता था, जिससे उस इलाके में हमेशा जाम लगा रहता था।
डीएम आंजनेय कुमार ने बताया कि हैरानी वाली बात यह है कि विधायक निधि का दुरुपयोग किया गया और सीएनडीएस जैसी सरकारी संस्था की भी इसमें मिलीभगत रही। इस मामले में एक समिति गठित की गई थी जिसके आदेश के बाद गेट गिराया गया और सीएनडीएस के अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए शासन को पत्र लिखा जा रहा है। उन्होंने बताया कि शासन को यह भी लिखा जा रहा है कि विधायक निधि का जो दुरुपयोग किया गया उसकी वसूली इन अधिकारियों से की जाए। एसपी के कार्यकाल में इस गेट को बनाने में 40 लाख रुपये खर्च किए गए थे। बीजेपी के सत्ता में आते ही आजम खां के कट्टर प्रतिद्वंद्वी माने जाने वाले कांग्रेस नेता और पूर्व विधायक नवाब काजिम अली खान, बीजेपी नेता आकाश कुमार सक्सेना और कांग्रेस के फैसल खान ने राज्य सरकार को पत्र लिखकर शिकायत की थी।