Indian Railway: 100 अंको के पेपर में अभ्यर्थियों को मिले थे 148 नंबर
जयपुर। हाल ही में आयोजित रेलवे ग्रुप डी की परीक्षा में शामिल हुए कई अभ्यर्थियों ने परीक्षा परिणामों में गड़बड़ी की शिकायतें की थी। इन अभ्यर्थियों का कहना था कि प्रश्न पत्र के कुल नंबर 100 थे, लेकिन कई अभ्यर्थियों के 100 में से 148 व 109 नंबर तक आए हैं। वही इस बीच अब रेल मंत्रालय ने लेवल-1 भर्ती के परीक्षा परिणामों में गड़बड़ी की शिकायतों को झूठा प्रचार बताते हुए खारिज कर दिया है।
मंत्रालय का कहना है कि इस परीक्षा और इसके परिणामों के लिए उसने किसी नई प्रक्रिया अथवा फार्मूले को नहीं अपनाया है। नार्मलाइजेशन या सामान्यीकरण की जिस प्रक्रिया पर सवाल उठाए जा रहे हैं, वह पूरी तरह वैज्ञानिक और पारदर्शी है। कई वर्षों से रेलवे भर्ती बोर्ड इसी आधार पर कर्मचारियों की भर्ती करता आ रहा है। लेवल-1 (जिसे पहले ग्रुप डी के नाम से जाना जाता था) के जिन परीक्षा परिणामों में गड़बड़ी के आरोप लगाए गए हैं, उनका एलान रेलवे ने पिछले वर्ष 10 फरवरी को किया था।
बता दे कि, इसके कुल 62,907 पदों के लिए करीब 1.90 लाख अभ्यर्थियों ने ऑनलाइन आवेदन किया था। 1.17 करोड़ अभ्यर्थियों ने लिखित परीक्षा दी थी और 1.84 लाख उत्तीर्ण घोषित हुए हैं। इन परिणामों पर अनेक अभ्यर्थियों ने सोशल मीडिया के मार्फत सवाल उठाए हैं और गड़बड़ी की आशंका जताते हुए परिणामों की जांच करने अथवा दोबारा परीक्षा कराने की मांग कर रहे हैं।
कुछ ने आंदोलन की चेतावनी भी दी है। भर्ती प्रक्रिया की निगरानी से जुड़े रेलवे बोर्ड के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि गड़बड़ी के आरोप मुख्य रूप से नार्मलाइजेशन प्रक्रिया और फार्मूले की समझ न होने के कारण लगाए जा रहे हैं।