जैश सरगना मसूद अजहर को लेकर पाकिस्तान बोल रहा है ये झूठ
दुनिया मान रही है कि मसूद अजहर एक अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी है और उसका बनाया जैश-ए-मोहम्मद एक खतरनाक आतंकी संगठन. फिर भी पाकिस्तान की सरकार मसूद अजहर की तीमारदारी में जुटी है और सेना जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी दाग को धोने में. इसीलिए वो कह रही है कि जैश नामका कोई आतंकी संगठन तो है ही नहीं. तो हम आपको पाकिस्तान के पांच बड़े झूठ बताते हैं.
1. पाकिस्तान में किसकी चलती है
पाकिस्तान में किसकी चलती है? प्रधानमंत्री इमरान खान की या आर्मी चीफ कमर जावेद बाजवा की या फिर किसी मसूद अजहर. किसी हाफिज सईद की. ये सवाल हम पूछ नहीं रहे हैं बल्कि आपको उस सच से वाकिफ कराने के लिए उठा रहे हैं कि आतंकियों को अपने आस्तीन में छुपाने वाला पाकिस्तान किसी आतंकवादी मसूद अजहर और उसके आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के लिए कैसे जाजम की तरह बिछा रहता है. अगर ऐसा नहीं होता तो पाकिस्तान सेना क्यों मसूद अजहर को बचाने के लिए जैश के वजूद को लेकर ही झूठ बोलती.
2. झूठ को बेनकाब किया पूर्व पाकिस्तानी राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ ने
परवेज मुशर्रफ पाकिस्तानी आर्मी के चीफ रहे हैं और उससे आगे तानाशाह होते हुए राष्ट्रपति. उस मुशर्रफ ने कबूल किया है कि जैश को जम्मू और कश्मीर में आतंकवाद की खुली इजाजत तो उन्होंने भी दी थी. पाकिस्तानी सेना को चाहिए कि पहले अपने पुराने बॉस मुशर्रफ को तो सुन लेते. अब जब मुशर्रफ ने कबूल कर ही लिया है तो उनके राज में जैश ने किस तरह आतंक फैलाया, वो आपको दिखा देते हैं.
3. मुशर्रफ राज में जैश ने किए यह आतंकी हमला
मुशर्रफ के राज में ही मसूद अजहर ने साल 2000 में जैश-ए-मोहम्मद बनाया.
उसी साल अप्रैल में बादामी बाग कैंट इलाके में कार बम धमाका किया जिसमें 30 लोगों की जान गई.
उसी साल जून में जैश के आतंकियों ने जम्मू और कश्मीर के तीन जवानों को गोली मार दी.
उसी साल दिसंबर में श्रीनगर-बारामूला हाइवे पर बीएसएफ की गाड़ी पर बारूदी हमला किया.
अक्टूबर 2001 में जम्मू और कश्मीर विधानसभा में बम विस्फोट किया जिसमें 31 लोगों की मौत हो गई.
जनवरी 2003 में बाटमालू बस स्टैंड पर उसके हमले में बीएसएफ का एक जवान शहीद हुआ.
नवंबर 2005 में नौगाम में कार बम धमाका किया जिसमें 10 लोग मारे गए.
मार्च 2006 में पुलवामा में ग्रीनेड अटैक में 23 लोगों की जान गई जबकि सीआरपीएफ के 2 जवान शहीद हो गए.
मई 2006 में श्रीनगर में मानवाधिकार आयोग की गाडी़ पर हमला किया.
और जुलाई 2008 में सोपोर-बांदीपुरा रोड पर दो पुलिस वालों की हत्या कर दी.
झूठ को बेनकाब किया पाकिस्तानी विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने
पाकिस्तानी सेना कह रही है कि पाकिस्तान में जैश है ही नहीं तो फिर उसका सरगना मसूद अजहर कैसे है. पाकिस्तान के इस झूठ की पोल तो उसके विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ही खोल चुके हैं, जो मसूद अजहर हिंदुस्तान का गुनहगार है, उसको बीमार बताकर पाकिस्तान उसके आतंक को संरक्षण दे रहा है.
फिर मसूद अजहर के 44 आतंकी रिश्तेदारों को हिरासत में क्यों लेना पड़ा
पुलवामा कांड के बाद भारत ने पाकिस्तान में एयर स्ट्राइक की. इसके बाद बुधवार को मसूद अजहर के भाई समेत 44 आतंकी रिश्तेदारों को पाकिस्तान ने हिरासत में क्यों लिया. पाकिस्तान झूठ बोल रहा है और उसके झूठ के चीथडे चीथड़े हो चुके हैं और पाकिस्तानी हुकूमत और सेना उन चीथड़ों से अपनी शर्म को ढंकने का प्रयास कर रहे हैं.