दस्तक टाइम्स/एजेंसी
हैदराबाद। केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री नजमा हेपतुल्ला ने इस आरोप का खंडन किया कि राजग के सत्ता में आने के बाद अल्पसंख्यकों पर हमले बढ़ गए हैं और इसके साथ ही उन्होंने मुस्लिम पसर्नल लॉ बोर्ड के विवादास्पद दीन और दस्तूर बचाओ अभियान की आलोचना भी नहीं की । यहां जब उनसे संवाददाताओं ने कुछ अल्पसंख्यक संगठनों के इस आरोप के बारे में पूछा कि राजग के सत्ता में आने के बाद से अल्पसंख्यकों पर हमले बढ़ गए हैं तो उन्होंने कहा, हमले नहीं बढ़े हैं। कोई सांप्रदायिक दंगा नहीं हुआ है। जब उनसे कहा गया कि ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने ऐसे हमलों में कथित वद्धि को लेकर धर्म बचाओ और संविधान बचाओ अभियान शुरू किया है, तो उन्होंने कहा कि बोर्ड अपना काम कर सकता है और सरकार अपना काम करेगी। उन्होंने कहा, वह :बोर्ड: जो चाहता है , कर सकता है। हम कोई भी चीज गुपचुप नहीं करते हैं। हम लिखकर देते हैं और मीडिया को दिखाते हैं कि हमने यह किया हैं । यदि पर्सनल लॉ बोर्ड कुछ ऐसा करता है जो मुसलमानों के भले के लिए है जो मुक्षे खुशी होगी।
एक सवाल के जवाब में हेपतुल्ला ने कहा कि वक्फ विधेयक संसदीय समिति :जिसने इस पर गौर किया: से मिला है और इसे संसद में शीघ्र ही पेश किया जाएगा। वक्फ की संपत्तियों की सुरक्षा से संबंधित इस विधेयक को पिछली सराकर ने समिति के पास भेजा था। उन्होंने कहा कि देश में वक्फ की छह लाख एकड़ जमीन है। यदि उस जमीन का विकास हो सके तो अल्पसंख्यक विकास कार्यक्रम पूरे किए जा सकते हैं। उसी दिशा में कोशिश चल रही है।