मृत्यु के बाद आपका जन्म होगा या नहीं, जानिए नारद पुराण का ये अद्भुत रहस्य
यह संसार अनेको रहस्यों से भरा पड़ा हुआ है! और अगर नारद पूरण की बात करे तो उसमे भी बहुत सारे रहस्य छुपे हुए है! कहा जाता है मनुष्य की म्रत्यु के बाद उसका पुनर्जन्म होता है! ऐसा नारद पूरण में कहा गया है तो दोस्तों आज हम आपको नारद पुराण के बारे में आपको बताने जा रहे है! इसमे बहुत सारे रहस्य छुपे हुए है! नारद पूरण के अनुसार व्यक्ति का जन्म उसके कर्मो के आधार पर ही होता है!
कर्मो के आधार पर ही मनुष्य को अगला जन्म मनुष्य के रूप में होता है या किसी अन्य रूप में ही होता है! या अन्य प्रजाति में जन्म लेता है तो आइये इस बारे में आपको बताते है! नारद पुराण के अनुसार यदिकोई व्यक्ति सुगन्धित पुष्पों सेव भगवान् विष्णु की पूजा करता है! तो उसके सारे पाप धुल जाते है! वह व्यक्ति पिछले पापो से मुक्ति पा जाता है! ऐसा व्यक्ति जिस चीज की इच्छा रखता है वह उसे मिल जाती है!
लेकिन एक समय ऐसा भी आएगा कि उसे दान करना पड़ेगा और वही दान उसे मोछ की प्राप्ति कराएगा! और ऐसा न करने पर उसे दर दर पर भटकना भी पड़ेगा! नारद पुराण में यह बताया गया है कि जब कोई भी व्यक्ति सुबह जल्दी उठ कर स्नान ध्यान करके भगवान् विष्णु को तुलसी के पत्ते अर्पित करता है तो उसे विष्णु के लोक में जगह प्राप्त होती है!
आपको हम बता दे कि नाराद पूरण के अनुसार इस बात का उल्लेख भी किया गया है कि यदि कोई व्यक्ति सच्चे man से विष्णु की पूजा अर्चना करता है तो उसे मोछ की प्राप्ति होती है और उसे अगला जन्म मनुष्य योनी का ही प्राप्त होता है! इसके अलावा अगर कोई व्यक्ति पराई स्त्री की तरफ आँख उठाकर नहीं देखेगा !और इसके साथ गौ माता की सेवा करेगा उसे भगवान् विष्णु की विशेष अनुकम्पा प्राप्त होती है!