कटहल खाने को भद्दा-बदबूदार फल बताने पर उठे सवाल
इंटरनेट पर कटहल को लेकर बड़ा विवाद हो गया है! एक प्रमुख ब्रिटिश अखबार गार्डियन की वेबसाइट पर कटहल से जुड़ा लेख लिखा गया जिसमें इस फल को बदसूरत बताया गया. इतना ही नहीं लेख में कहा गया कि इस फल को भारत के लोग पेड़ों पर सड़ने के लिए छोड़ देते थे और तभी खाते थे जब लोगों के पास बेहतर खाने को कुछ नहीं होता था.
इसके बाद आर्टिकल पर काफी सवाल उठ रहे हैं. भारत के लोगों ने इसे फूड रेसिज्म करार दिया है. लेख में कहा गया है कि कटहल की अब लॉटरी लगी है और लोग इसे मीट की जगह खाना शुरू कर रहे हैं.
लेख के मुताबिक, 5 साल पहले तक कटहल को उपजाया भी नहीं जाता था. लेकिन अब इसे एक्सपोर्ट किया जा रहा है. एक ट्विटर यूजर ने व्यंग्य करते हुए लिखा- ओह, उन लोगों ने कटहल की खोज कर ली! एक अन्य शख्स ने लिखा कि याद कीजिए कि कभी पश्चिमी देशों ने हल्दी को अजीब बदबू वाला मसाला करार दिया था.
@rohit24r ने लिखा कि केरल में कटहल बहुत खास फल है. इसके दर्जनों वेरायटी हैं. कुछ को कच्चा खाया जाता है, कुछ पकाकर. हम इसके बीज को भी नहीं छोड़ते हैं. @SircarSrilata ने लिखा- जब तब गोरे शाकाहारी लोगों ने इसे खाया नहीं था, तब तक ये अच्छा खाना था? मैंने कोलकाता में स्वादिष्ट कटहल बिरयानी खाई थी.
@juveriasiff ने लिखा- मैं नॉर्थ इंडिया से हूं. कटहल खूब लोकप्रिय है. फल, सब्जी और स्ट्रीट फूड के रूप में. @NisansaDdS ने लिखा कि Arthur V. Dias ने श्रीलंका में कटहल को लेकर 1918 में कैंपेन में चलाया था. वहां सालों पहले से कटहल खाने में शामिल है.