इसके बाद परवीन ने कहा, ‘बात मत करो, कमरे में कोई है। वो मुझे मारने की कोशिश कर रहे हैं।’ परवीन ने पहली बार ऐसा कुछ किया था जिससे महेश बुरी तरह हिल गए थे। उन्होंने परवीन का ये रूप पहले कभी नहीं देखा था। इस घटना के बाद से परवीन अक्सर ही ऐसी हरकतें करने लगीं। डॉक्टरों को दिखाने के कुछ दिन बाद पता चला कि उन्हें सिजोफ्रेनिया नाम की मानसिक बीमारी है। उस समय परवीन कई फिल्में कर रही थीं। डायरेक्टर्स को फिल्म ठप हो जाने का डर था।
सभी चाहते थे कि वो जल्द से जल्द ठीक हो जाएं। महेश भट्ट उनका इलाज अच्छे से अच्छे डॉक्टर्स से करवाने लगे। डॉक्टर्स का कहना था कि उन्हें ठीक करने के लिए इलेक्ट्रिक शॉक देने होंगे। लेकिन महेश भट्ट परवीन को इलेक्ट्रिक शॉक देने के सख्त खिलाफ थे। वे किसी भी कीमत पर ऐसा नहीं चाहते थे। इस दौरान परवीन के पूर्व प्रेमी कबीर बेदी और डैनी ने भी महेश की मदद की । तमाम इलाज के बावजूद परवीन की ये बीमारी ठीक होने का नाम नहीं ले रही थी। परवीन की इसी बीमारी की वजह से महेश और परवीन का रिश्ता भी खत्म हो गया था ।