क्रिश्यिचन मिशेल ने ‘एपी’ की पहचान कांग्रेस नेता अहमद पटेल के तौर पर की
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मिशेल अगस्ता वेस्टलैंड में 1980 से काम कर रहा था। उसके पिता भी कंपनी में भारतीय क्षेत्र के मामलों के लिए सलाहकार रहे थे। सीबीआई का कहना है कि मिशेल का भारत का काफी आना-जाना था। वह रक्षा सौदों में वायुसेना और रक्षा मंत्रालय के बीच बिचौलिए की भूमिका निभाता था।
नई दिल्ली : अगस्ता वेस्टलैंड मामले में गिरफ्तार आरोपी क्रिश्यिचन मिशेल ने एपी की पहचान कांग्रेस नेता अहमद पटेल के तौर पर की है। प्रवर्तन निदेशालय ने अपनी चार्जशीट में इसका जिक्र किया है। चार्जशीट गुरुवार को कोर्ट में पेश की गई थी। ईडी ने प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत सप्लीमेंट्री चार्जशीट दायर की थी। इसमें कहा गया कि डील के दौरान तत्कालीन रक्षा अधिकारियों, नौकरशाह, मीडियाकर्मियों और सत्ताधारी दल के अहम लोगों को पैसे दिए गए थे। चार्जशीट में यह भी कहा गया- बजट शीट के मुताबिक डील को अगस्ता वेस्टलैंड के पक्ष में करने के लिए एयरफोर्स के अधिकारियों, नौकरशाह और राजनेताओं को 30 मिलियन यूरो (करीब 233 करोड़ रुपए) दिए गए। ईडी ने बताया कि क्रिश्चियन मिशेल बजट शीट में उल्लिखित कई संक्षिप्त नामों (एब्रीविएशन) का खुलासा किया। उसने एपी को अहमद पटेल और फैम का मतलब फैमिली (परिवार) बताया। मिशेल के हवाले से चार्जशीट में यह भी कहा गया, ‘‘मैं यह नहीं कह सकता कि हैश्के क्या सोच रहा था। जितना मैं अंदाजा लगा सकता हूं, उसके मुताबिक वह अहमद पटेल के बारे में बात कर रहा था।’’ ईडी ने अगस्ता मामले में एक अन्य आरोपी राजीव सक्सेना के हवाले से भी बताया कि उसने में एपी का मतलब अहमद पटेल ही कहा।
मिशेल पर 225 करोड़ रु. की दलाली का आरोप : मिशेल को दिसंबर में दुबई से प्रत्यर्पित कर लाया गया। ईडी की पूछताछ शुरू होने से पहले उस पर वीवीआईपी हेलिकॉप्टर सौदे में 225 करोड़ रुपए की दलाली लेने का आरोप था। इस मामले में पूर्व वायुसेना प्रमुख एसपी त्यागी भी आरोपी हैं। मिशेल के खिलाफ 24 सितंबर 2015 को गैर जमानती वॉरंट जारी किया गया था। फरवरी 2017 में उसके खिलाफ इंटरपोल ने रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया था। मिशेल को दुबई पुलिस ने गिरफ्तार किया था। इसके बाद से वह यूएई की जेल में ही था। मिशेल पर आपराधिक साजिश का आरोप लगा था, जिसमें एसपी त्यागी, उनके परिवार के सदस्यों और अफसरों को भी शामिल किया गया था। यह भी कहा गया कि अधिकारियों ने अपने पद का गलत इस्तेमाल करके 12 वीवीआईपी हेलिकॉप्टर के लिए सर्विस सीलिंग 6 हजार मीटर से 4500 मीटर तक कम करा ली थी।