वाराणसी में 26 अप्रैल को नरेंद्र मोदी करेंगे नामांकन
लोकसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान में अब सिर्फ कुछ ही दिन बचे हैं, राजनीतिक दल लगातार चुनाव प्रचार में जुटे हैं. इस बार भी वाराणसी से चुनावी रण में उतरने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस महीने के अंत में अपना नामांकन दाखिल करेंगे. प्रधानमंत्री 26 अप्रैल को अपना पर्चा दाखिल करेंगे. पीएम मोदी के इस नामांकन में भारतीय जनता पार्टी उत्तर प्रदेश में अपनी सियासी ताकत भी दिखाने की कोशिश करेगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नामांकन के वक्त पार्टी अध्यक्ष अमित शाह, गृह मंत्री राजनाथ सिंह के साथ-साथ बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्री और सभी दिग्गज नेता मौजूद रह सकते हैं. आपको बता दें कि वाराणसी में आखिरी चरण में मतदान होना है, यहां 19 मई को मतदान होना है.
वाराणसी में अभी तक नहीं किया प्रचार
प्रधानमंत्री इन दिनों लगातार देशभर का दौरा कर रहे हैं और चुनावी सभाओं को संबोधित कर रहे हैं. हालांकि, अभी तक पीएम प्रचार के लिए वाराणसी नहीं गए हैं. प्रधानमंत्री अब तक पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मेरठ, सहारनपुर और अमरोहा में रैली को संबोधित कर चुके हैं.
काशी पर है सभी की नज़र
2019 में वाराणसी की लड़ाई काफी दिलचस्प है, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यहां से चुनाव लड़ना तो पहले से ही तय था. लेकिन उनसे मुकाबला लेने वालों की भी संख्या बढ़ती जा रही है. पश्चिमी उत्तर प्रदेश की भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आज़ाद वाराणसी में चुनाव लड़ने का ऐलान कर चुके हैं, तो वहीं तमिलनाडु के कई किसान भी पीएम मोदी के खिलाफ दम भर रहे हैं.
इस बीच कई दिनों से अटकलें ये भी हैं कि कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा भी वाराणसी से चुनाव लड़ सकती हैं. प्रियंका गांधी पूर्वांचल के लिए कांग्रेस की प्रभारी हैं, ऐसे में प्रधानमंत्री मोदी को घेरने के लिए कांग्रेस ये दांव भी चल सकती है.
पिछली बार भी दिखा था दम
आपको बता दें कि 2014 में जब नरेंद्र मोदी ने पहली बार वाराणसी से चुनाव लड़ा था, तब भी बीजेपी ने मेगा रोड शो कर यहां अपनी ताकत दिखाई थी. तब नामांकन से पहले वाराणसी में बड़ा रोड शो हुआ था, जिसमें नरेंद्र मोदी के अलावा अमित शाह, लक्ष्मीकांत वाजपेयी (तत्कालीन यूपी प्रदेश अध्यक्ष) शामिल थे. नामांकन के दौरान ही प्रधानमंत्री ने ‘मुझे मां गंगा ने बुलाया है’ वाली चर्चित पंक्ति बोली थी.