बस्तर में नक्सली हमला, भाजपा विधायक भीमा मंडावी और 5 जवान शहीद
रायपुर। बस्तर लोकसभा सीट पर मतदान से दो दिन पूर्व मंगलवार को चुनाव प्रचार की समय सीमा खत्म होने से पहले भाजपा विधायक भीमा मंडावी के काफिले पर नक्सलियों ने जबर्दस्त हमला किया। उन्होंने काफिले की एक गाड़ी को आईईडी विस्फोट कर उड़ा दिया। इस हमले में बस्तर से भाजपा के एकमात्र भाजपा विधायक भीमा मंडावी की जहां मौत हो गई वहीं साथ में तीन आरक्षक, एक पीएसओ एवं वाहन चालक शहीद हो गए।
यह हमला दंतेवाड़ा के कुआकोंडा थाना क्षेत्र के नकुलनार बचेली शार्टकट रास्ते पर हुआ। दंतेवाड़ा-सुकमा सीमा क्षेत्र के अंदरूनी गांव में नक्सलियों ने चुनाव बहिष्कार करने की चेतावनी देते हुए मंगलवार की सुबह रैली निकाली, जिसमें एक हजार से अधिक ग्रामीण शामिल थे।
बस्तर में पहले चरण में 11 तारीख के मतदान के दो दिन पूर्व प्रचार के अंतिम दिन नक्सलियों ने जमकर उत्पात मचाया। बस्तर के भाजपा विधायक भीमा मंडावी चुनाव प्रचार के अंतिम दिन दंतेवाड़ा जिले के कुआकोंडा थाना क्षेत्र के नकुलनार बचेली मार्ग से गुजर रहे थे। उसी दौरान श्यामगिरी के निकट नक्सलियों ने उनके काफिले को आईईडी विस्फोट कर उ़डा दिया।
पुलिस के अनुसार दंतेवाड़ा विधायक भीमा राम मंडावी सुबह चुनाव प्रचार के लिए अपने अंगरक्षकों के साथ दंतेवाड़ा से किरंदुल गए थे।वहां से जंगल के रास्ते दुबेली पहुंचे, फिर वहां से नकुलनार गए। नकुलनार से जंगल के रास्ते लौटते हुए श्यामगिरी जा रहे थे, तभी रास्ते में घात लगाए नक्सलियों ने बारूदी सुरंग में विस्फोट कर दिया।
धमाका इतना जबर्दस्त था कि वाहन के परखच्चे उड़ गए। वाहन 15 फीट ऊपर उछलकर तहस-नहस हो गया। विस्फोट इतना शक्तिशाली था कि विस्फोट स्थल पर दस फीट गहरा और आयताकार गड्ढा हो गया है। बारूदी विस्फोट में बुलेट प्रूफ वाहन में सवार जिला पुलिस बल के जवान और विधायक भीमाराम मंडावी शहीद हो गए। शहीद जवानोें के नाम छगन कुलदीप, पाेयामी, सोमलू, वाहन चालक दंतेश्वर एवं पीएसओ विराट है।
सूत्रों के अनुसार विस्फोट में 25 किलो बारूद का प्रयोग किया गया है। जानकारी के मुताबिक मौके पर सुबह से 40-50 हथियार बंद वर्दीधारी नक्सली घात लगाए बैठे थे। वारदात के पीछे बस्तर के बाहर से आए खूंखार नक्सलियों का हाथ बताया जा रहा है। इस घटना की पुष्टि डीआईजी नक्सल आपरेशन पी. सुन्दरराज ने भी की है। पुलिस का कहना है कि विधायक को नक्सल आपरेशन के डीजी गिरधारी नायक एवं स्थानीय थाना प्रभारी ने अलर्ट किया था और उक्त मार्ग से जाने से मना किया था।
नक्सली हमले के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बिलासपुर की चुनावी सभा रद्द करते हुए मुख्य सचिव तथा पुलिस के सभी आला अधिकारियों की एक आपातकालीन बैठक बुलाई है।
नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने विधायक की मौत पर दुख जताते हुए हमले के लिए प्रदेश सरकार की नीतियों को जिम्मेदार ठहराया है और 11 तारीख को बस्तर में होने वाले चुनाव को स्थगित करने की मांग की है। उन्होंने कहा है कि कांग्रेस की सरकार ने नक्सलियों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान को कमजोर कर दिया है।
भूपेश सरकार के कैबिनेट मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा है कि नक्सलियों से चर्चा अब बेमानी है। यदि रोड ओपनिग पार्टी नहीं लगी थी, समुचित प्रबंध नहीं थे, तो दोष है, सरकार किसी की भी हो।
उल्लेखनीय है कि 40 साल के मंडावी राज्य के उभरते हुए आदिवासी नेता थे। लिंगा राम मंडावी के बेटे भीमा खेती और एमएलए की पेंशन से जीवन यापन करते रहे। वे बस्तर क्षेत्र के दक्षिण दंतेवाड़ा से इकलौते भाजपा विधायक रहे, जिन्होंने 2018 के चुनाव में बस्तर संभाग की 12 सीटों में से एक सीट जीत कर पार्टी की लाज रखी। इनकी इसी कामयाबी के बाद मंडावी को वर्तमान विधानसभा में उपनेता बनाया गया था। उनकी छवि कट्टर हिंदूवादी नेता के तौर पर रही है। वो लंबे वक्त तक विश्व हिंदू परिषद से भी जुड़े रहे। 2008 में पहली बार चुनाव जीतने वाले भीमा मंडावी ने महेंद्र कर्मा जैसे दिग्गज नेता को चुनाव में हराया था।
उधर, एक और नक्सली घटनाक्रम में दंतेवाड़ा-सुकमा बॉर्डर के अंदरूनी गांवों में नक्सलियों ने चुनाव बहिष्कार करने की चेतावनी देते हुए मंगलवार की सुबह रैली निकाली। नक्सलियों की दहशत की वजह से नीलावाया, नहाड़ी, ककाड़ी, पोटाली, बुरगुम, गोरगुंडा सहित आसपास के गांवाें के लगभग एक हजार से अधिक की संख्या में ग्रामीण शामिल हुए। बस्तर के अंदरूनी गांवों में नक्सलियों द्वारा लोकसभा चुनाव का बहिष्कार लगातार जारी है। कहीं पर्चे फेंककर, बैनर बांधकर तो कहीं नक्सलियों की चेतना नाट्य मंडली के सदस्य नाच-गाकर चुनाव का बहिष्कार कर रहे हैं।