बेशर्म बोल पर चौतरफा घिरे आजम खान, नोटिस, एफआईआर और बयानों के तीर
लखनऊ : लोकसभा चुनाव के लिए बीजेपी प्रत्याशी जया प्रदा के खिलाफ अश्लील टिप्पणी को लेकर समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान की मुश्किलें अब और बढ़ती दिख रही हैं। एक तरफ जहां आजम के खिलाफ इस बयान को लेकर केस दर्ज किया गया है, वहीं दूसरी तरफ राष्ट्रीय महिला आयोग ने सख्ती दिखाते हुए कारण बताओ नोटिस भेजा है। उधर, कांग्रेस ने भी आजम के खिलाफ चुनाव आयोग और एसपी अध्यक्ष अखिलेश यादव से कार्रवाई की मांग की है। वहीं विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने आजम के बयान की द्रौपदी के चीरहरण से करते हुए मुलायम सिंह यादव को भीष्म बनकर मौन ना रहने की नसीहत दी है। इधर, समाजवादी पार्टी की प्रवक्ता जूही सिंह ने इस नसीहत को लेकर सुषमा स्वराज को ही घेरा है। कांग्रेस ने भी आजम खान की आपत्तिजनक टिप्पणी की निंदा करते हुए चुनाव आयोग और एसपी अध्यक्ष अखिलेश यादव से उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। पार्टी प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने ट्वीट कर कहा, ‘जया प्रदा पर आजम खान की टिप्पणी का स्तर भद्दा और तुच्छ है। ऐसे बयान एक जीवंत लोकतंत्र के लिए अपमानजनक है। आशा करता हूं कि चुनाव आयोग और अखिलेश यादव इसका संज्ञान लेंगे और कार्रवाई सुनिश्चित करेंगे।’ गौरतलब है कि जया प्रदा का नाम लिए बगैर आजम ने एक जनसभा में कहा था, ‘क्या राजनीति इतनी गिर जाएगी कि 10 साल जिसने रामपुर वालों का खून पिया, जिसे उंगली पकड़कर हम रामपुर में लेकर आए, उसने हमारे ऊपर क्या-क्या इल्जाम नहीं लगाए। क्या आप उसे वोट देंगे?’ आजम ने आगे कहा कि आपने 10 साल जिनसे अपना प्रतिनिधित्व कराया, उसकी असलियत समझने में आपको 17 साल लगे, मैं 17 दिन में पहचान गया कि इनके नीचे का अंडरवेअर खाकी रंग का है। राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने इस टिप्पणी को ‘बेहद अमर्यादित’ करार दिया। इसके बाद महिला आयोग की तरफ से आजम को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। इसके अलावा शर्मा ने चुनाव आयोग से भी गुजारिश की है कि वह आजम खान को चुनाव लड़ने से प्रतिबंधित करे।सुषमा को संबोधित एक ट्वीट में जूही सिंह ने लिखा, ‘आपके कई चौकीदार समाजवादी महिलाओं का सोशल मीडिया पर कर ही रहे हैं और हर मंच से करते ही रहते हैं। आप तो हम सबकी राजनैतिक प्रेरणा कभी हुआ करती थीं। चुप्पी आपकी अकसर खलती है। तटस्थता की गलती आप न ही करिए।’ इस ट्वीट के जरिए जूही ने यह बताने की भी कोशिश की है कि एसपी अध्यक्ष अखिलेश यादव इस तरह के मामले में किसी भी व्यक्ति विशेष के प्रति तटस्थ नहीं होते। राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने ट्वीट किया, ‘आजम खान हमेशा महिलाओं के प्रति अपमानजनक और अशिष्ट रहे हैं। हम चुनाव आयोग से भी गुजारिश करेंगे कि आजम के चुनाव लड़ने पर रोक लगाई जाए।’ उधर, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने आजम के बयान की द्रौपदी के चीरहरण से तुलना करते हुए मुलायम सिंह यादव से कहा कि वह भीष्म पितामह की तरह मौन साधने की गलती ना करें। उधर, सूबे के सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी आजम के इस बयान के जरिए समाजवादी पार्टी को निशाने पर लिया है। योगी ने कहा, यह समाजवादी पार्टी की सोच और संस्कृति को दर्शाता है। इस बयान पर एसपी अध्यक्ष अखिलेश यादव और गठबंधन में सहयोगी बीएसपी सुप्रीमो मायावती, जो खुद एक महिला हैं, उनकी चुप्पी आश्चर्यजनक है।