केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने प्रियंका गांधी पर मंगलवार को दिए गए बयान पर सफाई दी है. ट्विटर पर उमा भारती ने कहा है कि उन्होंने जो कुछ भी कहा है वो तथ्यात्मक रूप से बिलकुल सही है और चुभने वाला भी है.
उमा भारती ने कहा कि मीडिया में उनके बयान को ‘बिगड़े बोल’ कहा जा रहा है. वे सिर्फ तथ्य बता रही हैं. तथ्य यह है कि रॉबर्ट वाड्रा पर भ्रष्टाचार के आरोप हैं तथा वो जमानत पर हैं. जमानत का मतलब होता है अपराध की अर्धस्वीकृति. जमानत का मतलब क्लीन चिट नहीं होता. ऐसी स्थिति में उनकी पत्नी क्या कहलाएंगी, मैंने वही कहा है.
केंद्रीय मंत्री ने सवाल किया कि जब रॉबर्ट वाड्रा की संपत्ति में बेतहाशा इजाफा हुआ तो क्या उनकी पत्नी इससे अनजान थीं? आप तो यही बड़ी बात मान लीजिए कि मैंने उनको उस चोरी में भागीदार नहीं कहा. यह सच है कि मेरी इस बात से तकलीफ हो रही होगी, किंतु जब हमारे प्रधानमंत्री को कांग्रेस के नेताओं ने ‘सूट-बूट वाला चोर’ कहा और इन दोनों भाई-बहन ने ‘चौकीदार चोर’ कहा, तो हमें कितनी तकलीफ पहुंचती होगी? तब तकलीफ और गुस्सा से मन और आत्मा भर जाते हैं.
उमा भारती ने कहा कि इस परिवार को यह सबक सीख लेना चाहिए कि वो भगवान के अवतार नहीं हैं और हम भारत के लोग इनकी प्रजा नहीं हैं. वो जैसा बोलेंगे, उन्हें वैसा सुनना पड़ेगा. मैंने ईंट का जवाब पत्थर से नहीं दिया, सिर्फ एक कंकड़ से दिया है जो कि सही निशाने पर लगा. इस तरह के इलाज की दोनों भाई-बहन को सख्त जरूरत है.
गौरतलब है कि एक दिन पहले ही उमा भारती से पत्रकारों ने सवाल पूछा था कि इस चुनाव में प्रियंका गांधी क्या असर डाल सकती हैं. इसके जवाब में उमा भारती ने कहा था कि जिसका पति चोरी के आरोप में हो, उसको लोग किस नजर से देखेंगे? चोर की पत्नी को किस नजर से देखा जाता है. एक चोर की पत्नी को जिस नजर से देखा जाता है, हिन्दुस्तान उसी नजर से उन्हें देखेगा.