लखनऊ

विधायक ने की मुस्लिमों से अपील, गाय काटने-खाने से बचें

दस्तक टाइम्स/एजेंसी
cow_1443683598लखनऊ. दादरी इलाके में गांव वालों पर आरोप है कि उन्होंने एक शख्स की पीट-पीटकर हत्या कर दी और उसके 22 साल के बेटे को अधमरा कर दिया। पुलिस के मुताबिक, इस बात की अफवाह फैल गई थी कि वे अपने घर में गाय का मांस स्टोर करके रख रहे थे और खाते भी रहे थे। इस घटना पर प्रदेश में गोरक्षा का अभियान चला रहे अलीगढ़ से सपा विधायक जमीर उल्लाह खान ने दुख जताई है। उन्होंने कहा कि मुसलमानों के लिए यह सबसे बुरा वक्त चल रहा है।अलीगढ़ के सपा विधायक जमीर उल्लाह खान बीते कई महीनों से गौरक्षा अभियान चला रहे हैं। इसमें वह मुस्लिम भाई-बहनों को शपथ भी दिलाते हैं।  से बातचीत में उन्होंने कहा, ”मैं मुसलमान भाई-बहनों से अपील करता हूं कि गाय काटने, खाने और बेचने से बचे। मैं गौरक्षा का अभियान भी चला रहा हूं। इसे अब तक सात करोड़ लोगों ने पसंद किया है। अगला अभियान मैं मथुरा से शुरू करूंगा। इसके साथ ही पीड़ित परिवार से मिलने दादरी भी जाऊंगा।”4 जुलाई 2015 को महोबा में मरा हुआ बछड़ा मिलने के बाद दो समुदायों के बीच तनाव फैल गया था। इस घटना के बाद गुस्साए लोगों ने सब्जी मंडी में कई दुकानों में आग लगा दी थी। इसके बाद शहर मुफ्ती ने अमन कायम रखने के लिए गोहत्या के विरोध में फतवा जारी किया था। इसके बाद यहां से सपा के विधायक जमीर उल्लाह खान ने भी एक पहल की थी। उन्होंने शहर में ‘गोरक्षा अभियान’ की शुरुआत कर दी। इसी के तहत पैदल मार्च निकाला जाता है। इस मार्च में मुस्लिम समुदाय के लोग भी शामिल होते हैं।जमीर उल्लाह खान ने बताया, ”जिस शहर में भी वह अभियान चलाने जाते हैं वहां के एसएसपी से वह मांग करते हैं कि जिस इलाके में गोहत्या का मामला सामने आए, वहां के थाने और चौकी के दारोगा को तत्काल सस्पेंड कर दिया जाए। इसके अलावा, गोहत्या करने वालों पर एनएसए (नेशनल सिक्युरिटी एक्ट) के तहत कार्रवाई हो। हमने कई मौलवियों से इस बारे में चर्चा की। इसके बाद पता चला कि कुरान में भी गोहत्या करने और उसका मांस खाने का जिक्र नहीं है। हिंदुस्तान में गायों की पूजा जाता है और उन्हें माता का दर्जा दिया जाता है। हम सभी हिंदू भाइयों और गोमाता का आदर करते हैं।”विधायक खान के मुताबिक, इस अभियान के तहत अलीगढ़ में जहां-जहां वह जाते हैं हर शुक्रवार वह जुमे की नमाज के बाद लोगों को गोरक्षा की शपथ दिलाते हैं। वहीं, इस अभियान के तहत गाय बेचने-खरीदने वालों एक फॉर्म दिया जा रहा है। इसमें लोगों से नाम, पते, आईडी प्रूफ, मोबाइल नंबर के अलावा गाय खरीदने और बेचने का मकसद भी पूछा जा रहा है।

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