अपनी प्रेमिका की शादी की खबर सुनकर रातभर फूट-फूटकर रोते थे राज कपूर, जब उठा जनाजा तो रहे सबसे पीछे
राज कपूर न सिर्फ एक बेहतरीन एक्टर थे बल्कि वो एक कामयाब प्रोडूसर और डायरेक्टर भी थे। शो मैन के नाम से मशहूर राज कपूर का जन्म पाकिस्तान के पेशावर में 14 दिसंबर 1924 को हुआ था। 2 जून 1988 को राज कपूर ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया। राज कपूर की परवरिश और उन्हें राज कपूर बनाने में उनके पिता पृथ्वीराज कपूर का बहुत बड़ा हाथ था। आज भी जितनी भी बार राज कपूर की फिल्में देखते हैं दर्शकों को वहीं क्रेज रहता है। राज कपूर की डेथ एनिवर्सरी पर बताते हैं उनकी और नरगिस के लवस्टोरी से जुड़ी कुछ खास बातें…
पूरी दुनिया राज कपूर और नरगिस की मोहब्बत के बारे में जानती हैं लेकिन आखिर क्या हआ कि दोनों की मोहब्बत शादी का रूप नहीं ले पाई और नरगिस ने राज कपूर को छोड़ सुनील दत्त से शादी रचा ली। आइए आपको बताते हैं। सुनील दत्त से शादी करने से पहले नरगिस राज कपूर पर पूरी तरह समर्पित रहीं। कहा जाता है राज कपूर नरगिस को पहली ही नजर में दिल दे बैठे थे।
राज कपूर नरगिस से बहुत प्यार करते थे लेकिन वो पहले से शादीशुदा थे और उनके बच्चे थे लेकिन बावजूद इसके राज कपूर नरगिस से कई बार कह चुके थे कि वो उनसे शादी करेंगे। 9 साल लंबे रिश्ते के बाद नरगिस को जब ये लगने लगा था कि अब राज उनकी तरफ ध्यान नहीं दे रहे और राज कपूर न तो अपनी शादी तोड़ सकते थे न ही अपने पिता से बगावत कर सकते थे। ऐसे में नरगिस ने उनके साथ अपने रिश्ते खत्म कर लिए।
मधु जैन अपनी किताब में लिखती हैं, ‘जब उन्हें पता चला कि नरगिस ने सुनील दत्त से शादी कर ली है तो राज कपूर अपने दोस्तों और साथियों के सामने फूट फूट कर रोए। राज कपूर के जीवन की ये विडंबना थी कि वो नरगिस से उनकी पहली मुलाकात उनकी शादी होने के सिर्फ चार महीने बाद हुई। उनके धर्म भी अलग अलग थे।’
मधु जैन अपनी किताब, ‘फर्स्ट फैमिली ऑफ इंडियन सिनेमा- द कपूर्स’ में लिखती हैं, नरगिस ने अपना दिल, अपनी आत्मा और यहां तक कि अपना पैसा भी राज कपूर की फिल्मों में लगाना शुरू कर दिया। जब आर के स्टूडियो के पास पैसों की कमी हुई तो नरगिस ने अपने सोने के कड़े तक बेच डाले थे। कहा तो यहां तक जाता है कि नरगिस की शादी की खबर सुनकर राज कपूर अपने आप को सिगरेट बटों से जलाते, ये देखने के लिए कि कहीं वो सपना तो नहीं देख रहे। नरगिस के जीवनीकार टीजेएस जॉर्ज लिखते हैं, इसके बाद से ही राज कपूर ने बेइंतहा शराब पीनी शुरू कर दी।
राज कपूर को हमेशा ये लगता रहा कि नरगिस ने उन्हें धोखा दिया है। 1986 में दिए एक इंटरव्यू में राज कपूर ने कहा था मदर इंडिया साइन करने को लेकर नरगिस ने मुझे धोखा दिया था। सालों बाद जब नरगिस दत्त का अंतिम संस्कार हुआ तो राज कपूर उनके जनाजे में आम लोगों के साथ सबसे पीछे चल रहे थे। हर कोई उन्हें आगे उनके पार्थिव शरीर के पास जाने के लिए कह रहा था लेकिन उन्होंने उनकी बात नहीं मानी।