मोदी ने केरल में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा की- हम जनसेवा के लिए राजनीति में आए
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केरल के त्रिशूर जिले के गुरुवयूर में स्थित श्रीकृष्ण मंदिर के गर्भगृह में विशेष पूजा अर्चना की। इसके बाद उन्होंने कमल के फूलों से तुलादान किया। वह यहां पारंपरिक वेश-भूषा मुंडू में पहने हुए नजर आए। इसके बाद उन्होंने एक जनसभा को संबोधित किया। जिसमें उन्होंने लोकसभा चुनाव के बारे में कहा कि कोई जनता का मूड नहीं समझ पाया और देश ने नकारात्मकता को नकारा दिया। इतना ही नहीं उन्होंने केरल सरकार से राज्य में आयुष्मान भारत योजना को लागू करने के लिए कहा ताकि गरीब लोगों को बीमारियों से लड़ने में मदद मिल सके।
– भगवान कृष्ण के जीवन के साथ पशु-प्रेम जुड़ा रहा है। हम देश के किसी भी कोने में जाएं, भारत की ग्रामीण अर्थव्यवस्था में पशुपालन का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। भारत सरकार ने इस बार मछुवारों के लिए अलग मंत्रालय बनाकर ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने का बीड़ा उठाया है।- नकारात्मकता को देश ने नकारा। विश्व का भारत के प्रति नजरिया बदला। – निपाह वायरस से निपटने को तैयार हैं। वायरल को लेकर केंद्र सरकार सतर्क है।
– भारत की सांस्कृतिक विरासत के महात्म्य को बढ़ाने के लिए भारत सरकार की प्रसाद योजना के तहत केरल के 7 प्रोजेक्ट लिए गए हैं।
– पिछले पांच सालों में भाजपा सरकार ने टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए अनेक पहल की है, जिसका परिणाम अब सामने आ रहा है।
– हमने केरल में पर्यटन क्षेत्र को मजबूत करने के लिए कई पहल की हैं। मैं केरल सरकार से अनुरोध करता हूं कि वह यहां आयुष्मान भारत योजना को लागू करे। जिसका फायदा गरीबों को बीमारियों से लड़ने में मिल सके।
– जनता का मूड कोई नहीं समझ पाया। हम देश बनाने के लिए राजनीति में आए हैं।
– हमें जनता पांच साल के लिए जनप्रतिनिधि बनाती हैं। लेकिन हम जनसेवक हैं, जो आजीवन होते हैं और जनता के लिए समर्पित होते हैं।
– हम भाजपा कार्यकर्ता सिर्फ चुनावी राजनीति के लिए चुनाव मैदान में नहीं होते। हम 365 दिन अपने राजनीतिक चिंतन के आधार पर जन सेवा में जुटे रहते हैं। हम राजनीति में सिर्फ सरकार बनाने नहीं आए हैं। हम राजनीति में देश बनाने आए हैं। जितना वाराणसी मेरा है उतना ही केरल भी मेरा है।
– कईं राजनीतिक पंडितों के मन में विचार आ रहा होगा की केरल में भाजपा का खाता भी नहीं खुला, लेकिन मोदी वहां धन्यवाद करने पहुंच गया। लेकिन हम इस मत को मानने वाले हैं कि चुनाव जीतने के बाद हमारी जिम्मेदारी देश के सभी 130 करोड़ नागरिकों की है। जो हमें जिताते हैं, वो भी हमारे है। जो इस बार हमें जिताने में चूक गए हैं, वो भी हमारे हैं।
– जनसेवक जनता की सेवा के लिए समर्पित है।
– जनता-जर्नादन ईश्वर का रूप है, ये इस चुनाव में देश ने भलि-भांति देखा है। राजनीतिक दल जनता के मिजाज के नहीं पहचान पाए। लेकिन जनता ने भाजपा और एनडीए के पक्ष में प्रचंड जनादेश दिया। मैं सिर झुकाकर जनता को नमन करता हूं।
– बीते दिनों लोकतंत्र के महाउत्सव में आपने जो योगदान दिया, उसके लिए मैं आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करता हूं।
– जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने गुरुवयूर के चरणों पर आना अपने आप में विशेष अनुभूति कराता है। मैं मंदिर प्रशासन का, भाजपा कार्यकर्ताओं का और यहां के सभी नागरिकों का हार्दिक आभार व्यक्त करता हूं कि आपने इस उत्तम पूजा पाठ का मुझे अवसर दिया और इतना सम्मान दिया।
प्रधानमंत्री मोदी त्रिशूर जिले में स्थित जिस मंदिर में गए थे वह सदियों पुराना है। यह राज्य में हिंदू पूजा के महत्वपूर्ण स्थानों में से एक है। भगवान कृष्ण के इस मंदिर को केरल का द्वारका भी कहा जाता है। इस मंदिर में गैर-हिंदुओं का प्रवेश वर्जित है। प्रधानमंत्री की यात्रा को लेकर केरल भाजपा अध्यक्ष पीएस श्रीधरन पिल्लई ने कहा था, ‘प्रधानमंत्री मोदी शनिवार सुबह गुरुवयूर के मंदिर जाएंगे। वह यहां साढ़ नौ से साढ़े दस बजे पहुंचेंगे।’
लोकसभा चुनाव में जीत मिलने के बाद प्रधानमंत्री ने पहली बार केरल के भाजपा कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। पिल्लई ने कहा था, ‘प्रार्थना के बाद वह दिन में भाजपा द्वारा आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे और वहां कार्यकर्ताओं को संबोधित करेंगे। 11.30 बजे वह केरल से चले जाएंगे।’
प्रधानमंत्री मोदी ऐसे समय पर केरल पहुंचे हैं जब कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी तीन दिन की यात्रा पर अपने निर्वाचन क्षेत्र वायनाड पहुंचे हुए हैं। वह यहां उन्हें सांसद बनाने के लिए लोगों का धन्यवाद करने के लिए पहुंचे हैं। केरल में कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट को 20 में से 19 लोकसभा सीटों पर जीत मिली थी। जबकि भाजपा खाता तक नहीं खोल पाई थी।