UP के सीएम योगी बोले- कभी पलायन पर मजबूर था किसान, आज रहा रिकॉर्ड उत्पादन
उत्तर प्रदेश में किसान की आय दोगुनी करने का लक्ष्य तय करने वाली योगी आदित्यनाथ सरकार कृषि के साथ कृषक का विकास करने को लेकर बेहद गंभीर है। मुख्यमंत्री कार्यालय लोक भवन में आज किसान पाठशाला का आयोजन किया गया। जिसका उद्घाटन सीएम योगी आदित्यनाथ ने किय।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर किसानों को संबोधित करने के साथ उनका हौसला भी बढ़ाया। मुख्यमंत्री ने कहा कि आप लोगों की मेहनत को सरकार बेकार नहीं जाने देगी। हम तो आपदा में भी आप सभी के साथ खड़े हैं। आपको फसल का उचित दाम दिलाना हमारा काम है। देश के अन्नदाता को खुश रखना ही पीएम नरेंद्र मोदी की प्राथमिकता है।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश में कभी ऐसा समय भी था कि यहां का किसान पलायन कर रहा था। हरियाणा, दिल्ली व पंजाब के साथ ही उत्तराखंड जा रहा था। हमारी सरकार ने किसानों का पलायन रोका है। जो किसान कृषि से पलायन करने को मजबूर था वो आज रिकॉर्ड उत्पादन कर रहा है। दो वर्ष पहले इसी उत्तर प्रदेश में किसान सरकारी उपेक्षा के साथ उदासीनता के कारण कृषि से पलायन करने पर मजबूर था। आज वही हमारा अन्नदाता किसान अपने परिश्रम से प्रदेश की धरती पर सोना उगलने का कार्य कर रहा है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश की कोई भी चीनी मिल बंद नहीं होंगी। यह हमारे किसानों की आय का साधन है। हम तो यहां पर चीनी मिलों के आधुनिकीकरण के साथ-साथ डिस्टलरी भी स्थापित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यहां 2011 से गन्ना किसानों का बकाया भुगतान नहीं हुआ था। हमने प्रदेश के गन्ना किसानों को 68,000 करोड़ रुपये का भुगतान किया है।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि देश के अंदर किसान सम्मान निधि योजना से सर्वाधिक लाभ यूपी के एक करोड़ से अधिक किसानों को प्राप्त हुआ है। एक करोड़ से अधिक किसानों को ‘किसान सम्मान निधिÓ की दो किस्तें प्राप्त हो चुकी हैं। प्रदेश के शेष किसानों के लिए भी हम व्यवस्था कर रहे हैं। यूपी ने विगत दो वर्षों में रिकॉर्ड खाद्य उत्पादन के लक्ष्य को प्राप्त किया है। यह वही प्रदेश है जहां दो वर्ष पहले किसानों की आत्महत्या के प्रकरण सामने आते थे। पहले किसानों को उपेक्षित किया जाता था लेकिन हमने किसानों को प्राथमिकता दी है।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने बताया कि किसान पाठशाला के विगत दो संस्करणों में प्रदेश के सभी जनपदों के लगभग 15000 कृषि केंद्रों पर किसानों की आय को दोगुना करने व आधुनिक तकनीक के साथ ही कम लागत व अधिक उत्पादन के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए प्रशिक्षण दिया गया है। पंचायतीराज विभाग की योजनाओं का अवलोकन करने के पश्चात कहा कि ग्राम पंचायतों को विकास की धुरी बनाया जाए। उन्होंने हर गांव का अपना सचिवालय होने की भी बात कही ताकि ग्रामीणों की रोजमर्रा की गतिविधियों का प्रभावी निस्तारण ग्राम स्तर पर ही हो सके।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश के किसानों को किसान पाठशाला के माध्यम से खेती के विविधीकरण व उन्नत तकनीक की जानकारी देने के उद्देश्य से किसान पाठशाला आयोजन किया गया है। हमने प्रदेश के दो करोड़ 33 लाख किसान का डाटा बैंक को तैयार करने के साथ ही केंद्र की योजनाओं को लागू करने का कार्यक्रम तैयार किया। 2017 में जब किसानों ने हमारे हाथों में बागडोर सौंपी तो किसान हमारे एजेंडे में था। केंद्र में मोदी सरकार बनने के बाद कि योजनाओं को भी यहां लागू नहीं किया गया। लंबे समय तक इसका खमियाजा हमारे किसानों को भुगतना पड़ा। बीते दो वर्ष परिणाम ने दिखा दिया कि कैसे यूपी ने रिकॉर्ड खाद्यान्न को प्राप्त किया है। वहीं प्रदेश है जहां किसान आत्महत्या करता था उस समय किसानों के प्रति राजनीतिक उपेक्षा थी। शासन की अकर्मण्यता के कारण किसान लागतार घाटे में चल रहा था। उपेक्षा से किसान बेहाल था।
इस अवसर पर कृषिमंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि किसान के विकास में किसान पाठशाला का बड़ा योगदान रहा है। अब तो योजनाओं का पैसा किसानों के खाते में सीधे पहुंच रहा। प्रदेश सरकार के प्रयास से कृषि वैज्ञानिक आज खेतों तक पहुंच रहे है। प्रदेश का कृषि बजट 500 करोड़ बढाकर 2068 करोड़ किया गया है। कृषि के क्षेत्र में उत्तर प्रदेश 17 नम्बर से उठ कर रैंक में तीसरे स्थान पर पहुंच गया है। कृषि उत्पादों में लगातार बढ़ोत्तरी हुई है। किसान पाठशाला से बड़े पैमाने पर किसान लाभान्वित हुए। आज 27 लाख से ज्यादा किसान लाभान्वित हुए। कृषि मंत्री ने कहा कि किसान पाठशाला के माध्यम से हम किसानों की आय दोगुना करने का प्रयास कर रहे हैं।
यूपी कृषि विभाग की ओर से किसानों को उन्नत खेती की जानकारी के लिए पाठशाला का आयोजन किया गया। जिसमें कृषि कृषि राज्यमंत्री राणवेंद्र प्रताप सिंह धुन्नी भी मौजूद थे। उद्यान मंत्री दारा सिंह चौहान भी कार्यक्रम में मौजूद थे।