ज्ञान भंडार
ट्रांसपोर्टर्स हड़ताल: 12 हजार करोड़ का नुकसान, 3500 ट्रकों की आवाजाही बंद
नई दिल्ली/लुधियाना/चंडीगढ़। देशभर के ट्रांसपोर्टर वीरवार से बेमियादी हड़ताल पर चले गए। केंद्रीय सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी से बातचीत नाकाम होने पर यह हड़ताल बुलाई गई है। दूध, सब्जी, दवाओं जैसी जरूरी चीजों की सप्लाई को हड़ताल से बाहर रखा गया है। पहले ही दिन सरकार को 10 हजार करोड़ और ट्रांसपोर्टर्स को 1,500 करोड़ रुपए का नुकसान होने का अनुमान है। एआईएमटीसी का दावा है कि 87 लाख ट्रक और 20 लाख बस और टेम्पो उसके साथ हैं। ये देशभर के 373 टोल प्लाजा हटाने की मांग कर रहे हैं।
लुधियाना में 10 हजार और जालंधर में 3500 ट्रकों की आवाजाही बंद रही। पंजाब ट्रक यूनियन प्रधान हैप्पी संधू में बताया कि सूबे में धान की ढुलाई में किसानों को कोई नुकसान नहीं हो, इसलिए राज्य के अंदर ट्रकों के चलने पर पाबंदी नहीं लगाई है।
ये हैं मांगें
टोल टैक्स खत्म करने के अलावा, पुराने वाहन हटाने को लेकर नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के फैसले पर असमंजस की स्थिित, टीडीएस को लेकर विवाद जैसे कई मुद्दों को लेकर ट्रांसपोर्ट यूनियन हड़ताल पर है। केंद्र सरकार से सेंट्रल मोटर व्हीकल एक्ट लागू करने की भी मांग की जा रही है।