13 को सुबह गुजरात पहुंचेगा चक्रवात वायु, तटीय इलाकों पर चौकसी
गुजरात में एनडीआरएफ ने 39 टीमों को पहले से तैनात किया हुआ है, हर टीम में करीब 45 कर्मचारी शामिल, बचाव दल नावों और दूरसंचार उपकरणों आदि से लैस
नई दिल्ली : अरब सागर में पैदा हुआ चक्रवाती तूफान ‘वायु’ अब गुजरात के करीब पहुंच गया है। तूफान 13 जूून की सुबह तक गुजरात से टकराएगा। तूफान को देखते हुए गुजरात सरकार ने हाई अलर्ट जारी कर दिया है। गुजरात के सीएम विजय रुपाणी ने पर्यटकों से किसी सुरक्षित जगह पर जाने के लिए कहा है। गुजरात से पहले महाराष्ट्र के तटीय इलाकों में चक्रवात वायु का असर देखने को मिल रहा है। मुंबई में आज सुबह तेज हवाओं के कारण एक पेड़ उखड़ गया। पेड़ के नीचे एक बाइक आ गई। वहीं, मुंबई मौसम विभाग के डेप्युटी डायरेक्टर जनरल ने कहा है कि चक्रवात की वजह से उत्तर महाराष्ट्र के तट पर में तेज हवाएं चलेंगी। मौसम विभाग के अनुसार इससे मकानों के क्षतिग्रस्त होने, छतों और धातु की चादरों को उड़ाने, बिजली और संचार लाइनों के बाधित होने और सड़कों और फसलों को बड़ी क्षति होने की संभावना है। कच्छ के कांदला बंदरगाह का अस्थायी रूप से बंद कर दिया है। चक्रवात के कारण गुजरात में तटीय इलाकों में भूस्खलन होने की संभावना है।
बंदरगाह और मछुआरों के पास के इलाकों में रहने वाले स्थानीय लोगों को एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल) द्वारा सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। गुजरात के उप मुख्यमंत्री नितिन पटेल ने बताया कि चक्रवात वायु से सौराष्ट्र इलाके के 10 जिलों के 408 गांवों में रहने वाली करीब 60 लाख की आबादी के प्रभावित होने की संभावना है। भारतीय तटरक्षक दल ने आपदा राहत टीमों का गठन किया है। तत्काल प्रतिक्रिया देने के लिए दमन, दहानू मुंबई, मुरुदजीरा, रत्नागिरि, गोवा कारवार, मंगलौर, बेयपोर, विजिंजम और कोच्चि में तत्काल सूचना दी गई है। गुरुवार सुबह चक्रवात वायु के भीषण तूफान के रूप में पोरबंदर और महुवा के बीच गुजरात तट को पार करने की संभावना है। गुजरात के वलसाड में 20 गांवों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। वलसाड के तटीय इलाकों के गांवों में 39 स्कूल बंद रहेंगे। आग और बचाव दल भी अलर्ट पर हैं। तूफान से सबसे ज्यादा कच्छ, देवभूमि, द्वारका, पोरबंदर, राजकोट, जूनागढ़, दीव, गिर, सोमनाथ, अमरेली और भावनगर जिलों में नुकसान का अनुमान है। तूफान से सबसे ज्यादा कच्छ, देवभूमि, द्वारका, पोरबंदर, राजकोट, जूनागढ़, दीव, गिर, सोमनाथ, अमरेली और भावनगर जिलों में नुकसान का अनुमान है। निगरानी विमान और हेलीकॉप्टर हवाई निगरानी कर रहे हैं। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने नियंत्रण कक्षों को 24 घंटे सक्रिय रहने के निर्देश दिए हैं। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने चक्रवात से निपटने की तैयारियों की समीक्षा की और महाराष्ट्र, गुजरात, गोवा के अधिकारियों को लोगों की सुरक्षा के लिए हरसंभव कदम सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। गुजरात में राहत और बचाव कार्य के लिए सेना की 10 टुकड़ियों को भी तैनात किया गया है। गुजरात में पोरबंदर और कच्छ क्षेत्र के करीब 3 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है।