लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर 15 अगस्त, को 22 करोड़ वृक्षारोपण (वृक्ष महाकुम्भ) के लक्ष्य को सफल बनाने के लिए समयबद्ध ढंग से तैयारी किए जाने के अधिकारियों को निर्देश देतेे हुए कहा कि इस काम में लापरवाही बर्दास्त नहीं की जायेगी। श्री योगी ने कहा कि वृक्षारोपण अभियान, पर्यावरण एवं जल संरक्षण के लिए आवश्यक है और इसी क्रम में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के सभी लाभार्थी किसानों को 5 से 10 पौधों के वितरण किए जाने की तैयारी की जाए और 10 अगस्त तक पौधरोपण के लिए गड्ढे, खुदाई का कार्य पूर्ण कर लिया जाए। ‘वृक्ष महाकुम्भ’ के लिए रणनीति बनाते हुए ग्राम पंचायतों, शहरी क्षेत्रों, रोपण क्षमता, वृक्षों की प्रजातियों, स्थलों, लाभार्थियों को चिन्हित कर लिया जाए। उन्होंने कहा कि लक्ष्यों के आवंटन के अनुसार कार्यों के अनुश्रवण भी सुनिश्चित कर लिया जाए। साथ ही, जियो टैगिंग भी की जाए। उन्होंने कहा है कि स्वतंत्रता दिवस के दिन 22 करोड़ पौधरोपण अभियान के सम्बन्ध में व्यापक जनजागरूकता और जनसहभागिता सुनिश्चित की जाए। इस काम में लापरवाही एवं शिथिलता बर्दास्त नहीं की जायेगी। मुख्यमंत्री सोमवार रात यहां लोक भवन में 15 अगस्त को 22 करोड़ वृक्षारोपण अभियान (वृक्ष महाकुम्भ) के सम्बन्ध में समीक्षा बैठक कर रहे थे। उन्होंने कहा कि किसानों को प्राथमिकता के साथ इस अभियान से जोड़ा जाए। इनके अलावा, स्वच्छ भारत मिशन के तहत निर्मित शौचालयों के लाभार्थी परिवारों, प्रधानमंत्री आवास योजना के लाभार्थियों को भी ‘वृक्ष महाकुम्भ अभियान’ में सम्मिलित किया जाए और उन्हें पौधे उपलब्ध कराए जाएं। उन्होंने कहा कि वृक्षारोपण अभियान में किसानों, नौजवानों, व्यापारियों, स्वयंसेवी संगठनों, जनप्रतिनिधियों, स्थानीय निवासियों, राजकीय विभागों व सामाजिक संस्थाओं को जोड़़ते हुए उनकी सहभागिता सुनिश्चित की जाए। उन्होंने पंचवटी, नक्षत्र वाटिका, नवग्रह वाटिका आदि की भी स्थापना किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि वृक्षारोपण अभियान के वृहद प्रचार-प्रसार हेतु प्रिण्ट एवं इलेक्ट्राॅनिक मीडिया, सोशल मीडिया तथा अन्य विभागों का सहयोग लिया जाए। उन्होंने कहा कि वृक्षारोपण अभियान, पर्यावरण एवं जल संरक्षण के लिए आवश्यक है।