लखनऊ : बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने गुरुवार को उ.प्र. सहित अन्य भाजपा शासित राज्यों की सरकारों और केन्द्र की मोदी सरकार की नीतियों को कटघरे में खड़ा किया है। उन्होंने लगातार चार ट्वीट किये जिसमें पहले उ.प्र., महाराष्ट्र और गुजरात की भाजपा सरकार पर हमला बोला और फिर अपने चौथे ट्वीट में केन्द्र की मोदी सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि आज देश भर में फैली समस्यायें तमाम सवाल करने को मजबूर करती हैं। मायावती ने उत्तर प्रदेश सरकार पर ’निजी विश्वविद्यालयों पर शिकंजा कसने वाले कानन’ को लेकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि यह सरकार अराजकता को बढ़ावा देने के लिए नया कानून बना रही है। मायावती ने अपने ट्वीट में लिखा है कि ‘‘यूपी सरकार लोगों के जान-माल व उनकी इज्जत-आबरू की सुरक्षा में विफल रही है और साथ ही हर प्रकार की अराजकता को भी बढ़ावा दे रही है। लेकिन लोगों का ध्यान बांटने के लिए नया कानून बनाकर अब निजी विश्वविद्यालयों पर शिकंजा कसने का प्रयास जारी है जो पुलिस राज को ही यहां और बढ़ावा देगा।’’ मायावती ने एक अन्य ट्वीट में लिखा है कि ‘‘गुजरात में जातिवादी अत्याचार व हत्या लगातार जारी है। सुरक्षा की मांग के बावजूद द्वेष के कारण बोताड़ जिले में दलित उपसरपंच मनजी सोलंकी की निर्मम हत्या कर दी गई। खासकर भाजपा शासित राज्यों में इस प्रकार के जघन्य अपराधों का लगातार जारी रहना अति दुखद, निन्दनीय व शर्मनाक है।’’ उन्होंने एक अन्य ट्वीट में लिखा है कि ‘‘महाराष्ट्र की करोड़ों ग्रामीण जनता भूख, प्यास व सूखा से तड़प रही है लेकिन वहां की भाजपा सरकार अपनी लापरवाही व विफलताओं के कारण 4.72 लाख करोड़ के कर्ज में डूबी हुई है और जनसमस्याओं से निपटने में लाचार नजर आ रही है। अब जनता को सोचना है कि ऐसी सरकारें उनके किस काम की हैं?’’ मायावती ने अपने चौथे ट्वीट में लिखा है कि ‘‘राष्ट्रपति जी का आज संसद के संयुक्त सत्र को सम्बोधन क्या देश की त्रस्त जनता को आश्वस्त कर पाएगा कि नई सरकार की कथनी-करनी में पहले की तरह जमीन-आसमान का अन्तर नहीं होगा व जनहित के खास मुद्दों पर सरकार वादाखिलाफी नहीं करेगी? देश भर में फैली समस्यायें यह सवाल करने को मजबूर करती हैं।’’