पोम्पिओ ने कहा- मोदी और ट्रंप ही ऐसे नेता, जो जरूरत पड़ने पर रिस्क लेने से नहीं डरते
अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने कहा कि आज के समय में सिर्फ दो ही नेता ऐसे हैं, जो जरूरत पड़ने पर रिस्क लेने से भी नहीं डरते हैं. उन्होंने कहा कि हम दोनों देशों को एक-दूसरे को नए नजरिए से देखना चाहिए. पॉम्पियो पीएम मोदी की तारीफ करते हुए कहा कि, ‘कुछ हफ्तों पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने सभी देशों से आतंकवाद के खिलाफ लड़ने का आह्वान किया था. हम यह देखकर खुश हैं कि संयुक्त राष्ट्र प्रतिबंध समिति ने मसूद अजहर को पिछले हफ्ते वैश्विक आतंकी घोषित किया.’
माइक ने आगे कहा कि, भारत ने आतंकवाद का समर्थन करने वाले फलस्तीनी गैर सरकारी संगठन (एनजीओ) के खिलाफ हाल ही में संयुक्त राष्ट्र में मतदान कर यह दर्शाया है कि आतंकवाद को पुरस्कृत करना गलत है. भारत विश्व मंच पर अधिक से अधिक उपस्थिति दर्ज करा रहा है और अमेरिका इसका स्वागत करता है.
पोम्पिओ ने की पीएम मोदी से मुलाकात, अहम सामरिक मुद्दों पर चर्चा
अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात की और भारत तथा अमेरिका के बीच रणनीतिक साझेदारी को प्रगाढ़ करने के लिए द्विपक्षीय संबंधों के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की. पोम्पिओ मंगलवार को यहां पहुंचे थे. मंत्री पोम्पिओ ने भारत-अमेरिका संबंधों के विभिन्न पहलुओं पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से चर्चा के लिए उनसे मुलाकात की.
प्रधानमंत्री ओसाका में होने जा रहे जी-20 शिखर सम्मेलन से इतर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात करेंगे.’’ रणनीतिक रूप से अहम भारत-अमेरिका वार्ता से पहले मंगलवार को राजनयिक सूत्रों ने कहा था कि भारत रूस से एस- 400 मिसाइल रक्षा प्रणाली खरीदने के लिए अमेरिकी प्रतिबंध से छूट की शर्तों को पूरा करता है.
उन्होंने जोर देकर कहा कि भारत रूस के साथ अपने पुराने रक्षा संबंधों को ‘‘खत्म’’ नहीं कर सकता है. ट्रंप प्रशासन के दौरान किसी अमेरिकी विदेश मंत्री का यह तीसरा भारत दौरा है. पोम्पिओ की यह यात्रा अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच जी..20 शिखर सम्मेलन के इतर होने वाली बैठक से पहले हो रही है. जी 20 शिखर सम्मेलन 28…29 जून को जापान के ओसाका में होने वाला है.