ज्ञान भंडार
हिप-रिप्लेसमेंट सर्जरी के दूसरे दिन ही चलने-फिरने लगी 105 वर्षीय गंगाबा
अहमदाबाद। गुजरात की गंगाबा गोहिल 105 साल की हैं, उनकी हाल ही में हिप-रिप्लेसमेंट सर्जरी हुई है। इस ऑपरेशन के बाद पुन: चलने-फिरने लगी हैं। गोहिल परिवार के अनुसार ऑपरेशन के दूसरे दिन से ही चलने लगीं। हालांकि बैसाखी का सहारा लेना पड़ता है। अहमदाबाद के आर्थोपेडिक सर्जन डा. सरद पुरोहित ने ये ऑपरेशन किया, जो डेढ़ घंटे चला। गंगाबा के बेटे दशरथ सिंह ने बताया कि-मां 105 साल की है। इस उम्र में भी वे अपने सभी काम खुद कर लेती हैं। आठ महीने पहले घर में पैर फिसलने से कूल्हे (हिप) की बॉल में फ्रैक्चर हो गया था। हमने पांच से छह डाक्टरों को दिखाया। सभी ने अधिक उम्र का हवाला देकर ऑपरेशन में जोखिम होने की बात कही। हाथ खड़े कर दिए। हम डर गए थे कि शायद अब मां कभी खड़ी नहीं हो पाएंगी। हिम्मत नहीं हारे।
अंतत: ऑपरेशन हुआ, सफल भी रहा। हिम्मत-विश्वास से मिल सकता है छुटकारा: डा. पुरोहित ने बताया कि- 105 साल के वृद्धा की हिप रिप्लेसमेंट सर्जरी मैंने पहली बार की है। ये ऑपरेशन चुनौतीपूर्ण था किंतु असंभव नहीं। ऑपरेशन के बाद गंगाबा पुन: चलने-फिरने लगी हैं। मरीज के दर्द से कराहने-बिलखने की बजाय थोड़ी हिम्मत और डॉक्टर पर भरोसा कर असंभव प्रतीत होने वाले रोग से मुक्ति पाई जा सकती है।
उन्होंने दावा किया कि 105 की आयु में हिप रिप्लेसमेंट सर्जरी का ये विश्व का पहला ऑपरेशन है। मेडिकल हिस्ट्री का पहला मामला: बकौल, डा. पुरोहित अभी तक 103 और 104 साल के मरीजों के हिप-रिप्लेसमेंट के मामले दर्ज हुए हैं लेकिन 105 साल के मरीज का ये पहला सफल ऑपरेशन है। इसलिए इस केस को वर्ल्ड मेडिकल जर्नल में दर्ज करवाने के लिए मैंने प्रयास आरंभ किए हैं। आठ महीने तक इस केस का लगातार फॉलोअप भी किया जाएगा।