उत्तराखंडराज्य

आज इन जिलों में होगी भारी बारिश, मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट

उत्तराखंड में मानसून के दस्तक देने के 36 घंटे बाद देहरादून सहित गढ़वाल के विभिन्न इलाकों में झमाझम बारिश हुई। इससे लोगों न उमस और गर्मी से कुछ राहत महसूस की। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार आने वाले 24 घंटे में विशेषकर पिथौरागढ़, नैनीताल, चमोली, रुद्रप्रयाग, टिहरी, पौड़ी व देहरादून जनपदों में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है।

मौसम विभाग ने ऑरेंज अलर्ट के साथ चेतावनी जारी की है। राज्य में मानसून के दस्तक देते ही सोमवार को हल्द्वानी में मात्र 12 घंटे में 180 एमएम बारिश रेकार्ड की गई। मंगलवार की दोपहर बाद नैनीताल, उधमसिंहनगर, पिथौरागढ़, चंपावत, अल्मोड़ा, बागेश्वर जिलों के अधिकतर इलाकों में बारिश हुई। उधर, गढ़वाल मंडल के चारधाम बदरीनाथ, केदारनाथ, यमुनोत्री व गंगोत्री के साथ ही देहरादून में भी रात से बुधवार की सुबह तक झमाझम बारिश हुई।

मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि मानसून ने उत्तराखंड में बीते सोमवार को कुमाऊं क्षेत्र से दस्तक दी है। आने वाले 24 घंटे में प्रदेश के सात जिलों में भारी बारिश हो सकती है, जिसके लिए अलर्ट जारी किया गया है।

दून में उमस से मिली कुछ राहत

देहरादून का अधिकतम तापमान सामान्य से चार डिग्री अधिक 35.8 व न्यूनतम तापमान सामान्य से दो डिग्री अधिक 25.5 डिग्री सेल्सियस रेकार्ड किया गया। शहर के कई इलाकों में रात भर बारिश होने और धूप खिलने से हल्की उमस भी रही। दून और मसूरी में पूरी रात को जोरदार बारिश हुई। मसूरी में अधिकतम एवं न्यूनतम तापमान क्रमश : 24.7 व 15.4 डिग्री सेल्सियस रहा।

इन शहरों का तापमान रहा सामान्य

शहर—————–अधिकतम———-न्यूनतम

नई टिहरी————–28.4————–18.9

उत्तरकाशी————-27.6————–23.2

जोशीमठ—————20.9————–13.2

नैनीताल—————17.2————–16.0

पिथौरागढ़————–29.5————-15.2

मुक्तेश्वर—————21.2————-13.0

चंपावत—————–21.4————–14.2

पहाड़ी क्षेत्रों में भेजा तीन माह का अतिरिक्त राशन

बरसात को देखते हुए खाद्य आपूर्ति विभाग ने पहाड़ी जिलों में तीन माह का अतिरिक्त राशन भेज दिया है, ताकि बारिश में पहाड़ के लोगों को राशन की परेशानी से न जूझना पड़े। यह सभी वह जिले हैं, जहां बरसात के कारण मार्ग अवरुद्ध रहते हैं।

दरअसल, प्रदेश में कई ऐसे जिले हैं, जहां हर साल बरसात आते ही भूस्खलन होने से मार्ग अवरुद्ध हो जाते हैं। ऐसे में उन इलाकों से शहर आने जाने के सभी रास्ते बंद हो जाते हैं और बरसात खत्म होने तक लोगों को तमाम परेशानियों से दो-चार होना पड़ता है।

इस दौरान सबसे ज्यादा परेशानी पिथौरागढ़, बागेश्वर, उत्तरकाशी और चमोली जनपद के साथ दून के कालसी, चकराता आदि स्थानों के लोगों को होती है। शासन की ओर से हर बार बरसात से पहले इन जिलों व स्थानों लिए तीन महीने का अतिरिक्त राशन भेजा जाता है।

इस बार भी इन जिलों और स्थानों के लिए आपूर्ति विभाग ने तीन महीने, जून, जुलाई और अगस्त का राशन भेज दिया है। इन चारों जिलों में प्रदेश के हल्द्वानी, ऋषिकेश व श्रीनगर स्थित गोदामों से राशन भेजा गया है। संभागीय खाद्यान्न नियंत्रक गढ़वाल क्षेत्र चंद्र सिंह धर्मसत्तू ने बताया कि बरसात के दौरान रास्ते बंद होने से पहाड़ी जिलों में लोगों को परेशानी का सामना न करना पड़े, इसके लिए पहले सभी प्रभावित इलाकों में राशन भेजा गया है। राशन यहां के डीलरों के डिमांड के हिसाब से भेज दिया गया है।

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