आंध्र प्रदेश के पूहर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू की मुश्किलें लगातार बढ़ती ही जा रही है। अपना कार्यकाल के दौरान चंद्रबाबू ने जिस बिल्डिंग ‘प्रजा वेदिका’ का निर्माण करवाया था, उस पर मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी द्वारा बुल्डोजर चलवाने के बाद अब आंध्र प्रदेश कैपिटल रीजन डेवलपमेंट अथॉरिटी ने नायडू को अपना वर्तमान आधिकारिक निवास खाली करने के लिए नोटिस जारी कर दिया है।
गौरतलब है कि हाल ही में आंध्र प्रदेश के पूर्व सीएम एन चंद्रबाबू नायडू के आवास ‘प्रजा वेदिका’ को तोड़ा गया है। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगनमोहन रेड्डी ने चंद्रबाबू नायडू के इस बंगले ‘प्रजा वेदिका’ को तोड़ने का आदेश दिया था। कृष्णा नदी के किनारे स्थित इस इमारत का निर्माण चंद्रबाबू नायडू के कार्यकाल में किया गया था। इश इमारत की किमत लगभग 8 करोड़ थी। 6 ट्रकों, एक जेसीबी और 30 मजदूरों ने मिलकर इसे तोड़ा। प्रजा वेदिका को पूर्व मुख्यमंत्री अपने कार्यालय की तरह इस्तेमाल करते थे और जनता के साथ-साथ अधिकारियों से रूबरू होते थे। इस इमारत को अमरावती कैपटल डेवलपमेंट ऑथोरिटी ने बनवाया था। जगनमोहन रेड्डी ने इसे यह कहता हुए गिरवाने का आदेश दिया क्योंकि इसका निर्माण नदी तट पर ‘ग्रीन’ नियमों के खिलाफ किया गया था।
जगन ने ठुकरा दी नायडू की मांग
चंद्रबाबू नायडू ने वर्तमान मुख्यमंत्री वाईएस जगनमोहन रेड्डी से मांग की थी कि ‘प्रजा वेदिका’ को विपक्ष के नेता का सरकारी आवास घोषित कर दिया जाए। जिसे रेड्डी ने खारिज कर दिया था।