दिल्ली के मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों ने रविवार रात हुई घटना के विरोध में सोमवार सुबह अनिश्चितकालीन हड़ताल की शुरूआत की। डॉक्टरों की इस हड़ताल को दिल्ली के चार बड़े अस्पतालों ने भी अपना समर्थन दिया है।
इस सूची में लोक नायक समेत जी बी पन्त, सुश्रुत ट्रॉमा सेंटर, गुरु नानक आई सेंटर, महर्षि वाल्मीकि हॉस्पिटल भी शामिल हैं। अब लोक नायक अस्पताल समेत इन पांचों अस्पतालों के डॉक्टर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठ गए हैं। असुरक्षित कार्यक्षेत्र में हिंसा का शिकार हो रहे डॉक्टरों की सुरक्षा की मांग करते हुए ओपीडी और इमरजेंसी सेवाएं भी ठप कर दी गई हैं।
इसके अलावा एम्स ने भी डॉक्टरों की इस हड़ताल को अपना समर्थन देते हुए कहा है कि एम्स ऐसी मांगों में अपने साथियों के साथ खड़ा है। इसके अलावा एम्स ने दिल्ली सरकार, स्वास्थ्य मंत्री और मुख्यमंत्री से मामले में हस्तक्षेप करने का आग्रह किया है।
हड़ताल पर बैठे डॉक्टरों के मुताबिक वो लोग जल्द ही प्रबंधन से मुलाकात करेंगे और चिकित्सकों को कार्यस्थल पर सुरक्षा देने को लेकर बात-चीत करेंगे।
गौरतलब है कि रविवार देर रात करीब साढ़े 11 बजे आपातकालीन वार्ड में उपचार को लेकर एक मरीज के तीमारदारों ने विरोध शुरू कर दिया। देखते ही देखते माहौल बिगड़ा और ड्यूटी पर मौजूद मेडिसिन विभाग के डॉ. सऊद मलिक पर हमला बोल दिया।
डॉक्टर मलिक से मारपीट के बाद हंगामा खड़ा हो गया था। घटना में डॉ. मलिक के पेट, गले, सिर और चेहरे पर चोटें आई हैं। घटना की जानकारी मिलने के बाद गुस्साए डॉक्टरों और आरडीए ने सोमवार को हड़ताल पर जाने का एलान कर दिया था। मारपीट की घटना के बाद आरडीए ने प्रबंधन को पत्र लिख चिंता जताई थी कि पिछले सप्ताह में दो बार मारपीट की घटना हो चुकी है।