दस्तक टाइम्स/एजेंसी
चंडीगढ़ : बापूधाम चौकी में पुलिस हिरासत के दौरान फाजिल्का निवासी जगजीत कौर की मौत के मामले में मैजिस्ट्रेट जांच में कोई लापरवाही नहीं पाई गई है। सूत्रों से पता चला है कि जांच में सामने आया कि जगजीत कौर की मौत घबराहट के दौरान बी.पी. बढऩे से अचानक दिल का दौरा पडऩे से हुई है। सी.एफ.एस.एस.एल. रिपोर्ट में भी कुछ सामने नहीं आया है। इसी के चलते एस.डी.एम. ईस्ट दानिश असरफ पुलिस जवानों को क्लीन चीट देने जा रहे है। बापूधाम चौकी में तैनात किसी भी जवान ने पूछताछ के दौरान कोई नियम नहीं तोड़े। नियमों के तहत ही जगजीत कौर को पुलिस पूछताछ के लिए लेकर आई थी। यहीं नहीं मृतका के भाई ने भी पुलिस पर किसी तरह का आरोप नहीं लगाया और न कोई कार्रवाई करने की शिकायत दी थी। इसी के चलते पहले ही मैजिस्ट्रेट जांच में पुलिस जवानों को क्लीन चीट मिलने की उम्मीद हो चुकी थी।बापूधाम स्थित ट्रांसपोर्ट एरिया में ढाबे पर खाना खाने के दौरान एक ट्रक चालक से बापूधाम निवासी मनोज की रोटी का लेकर बहस हो गई थी। मनोज ने बहस के बाद ड्राइवर को गोली मारकर फरार हो गया था। पुलिस ने मनोज कुमार के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया था। पुलिस ने जांच में पाया कि मनोज कुमार से ज्यादा फोन पर बातचीत जगजीत कौर से होती थी। पुलिस टीम उसे पूछताछ के लिए फाजिल्का से बापूधाम चौकी लेकर आई थी। पूछताछ के दौरान जगजीत कौर बाथरूम गई और बाहर आते हुए नीचे गिर गई थी। पुलिस उसे अस्पताल लेकर आई तो डाक्टरों ने जगजीत कौर को मृत घोषित कर दिया था। इसके बाद अफसरों ने मामले की जांच मैजिस्ट्रेट से करवाने के आदेश दिए थे। बाद में पुलिस ने हत्यारे मनोज कुमार को दबोच लिया था। आरोपी छत्तबीड़ में बतौर ड्राइवर नौकरी करता था।