अश्वेत महिला सांसदों पर टिप्पणी से घिरे ट्रंप, बोले- जिस देश से आई हैं वहीं चली जाएं
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने प्रगतिशील महिला डेमोक्रेटिक सांसदों पर हमला करते हुए कहा कि वे जहां से आई हैं वहीं ‘वापस चली जाएं’। राष्ट्रपति की इस टिप्पणी को लेकर विवाद पैदा हो गया है। ट्रंप की इस टिप्पणी को ‘नस्लीय’ कहकर पूरी दुनिया में हमला किया जा रहा है। ब्रिटिश पीएम टेरीजा मे के प्रवक्ता ने इस टिप्पणी को पूरी तरह से अस्वीकार्य बताया।
अमेरिका में डेमोक्रेटिक पार्टी के राष्ट्रपति पद के लिए 2020 के उम्मीदवारों और वरिष्ठ सांसदों ने ‘नस्लीय’ और ‘घृणा से भरी’ इस टिप्पणी के लिए ट्रंप की आलोचना की। ट्रंप ने हालांकि किसी भी महिला सांसद का नाम नहीं लिया लेकिन माना जा रहा है कि इन महिला सांसदों में न्यूयॉर्क की अलेक्जेंड्रिया ओकासियो-कार्तेज, मिनेसोटा की इल्हान उमर, मिशिगन की रशीदा तलेब और मेसाचुसेट्स सी अयाना प्रेसले शामिल हैं।
ये चारों पहली बार अमेरिकी संसद (कांग्रेस) में चुनी गई हैं। ट्रंप ने कहा, ये महिला सांसद जिन देशों से ताल्लुक रखती हैं वहां की सरकारों पर संकट है और ये यहां अमेरिकियों को भड़का रही हैं।
ट्रंप ने इन सांसदों को उनके देश लौटकर वहां मदद की सलाह भी दी। इस बीच ब्रिटिश पीएम टेरीजा मे के प्रवक्ता ने कहा, प्रधानमंत्री का विचार है कि इन महिलाओं का संदर्भ लेकर जिस भाषा का इस्तेमाल किया गया वह पूरी तरह से अस्वीकार्य थी। अमेरिकी डेमोक्रेट सांसदों ने भी ट्रंप के इस व्यवहार की निंदा की है।
पहले भी कर चुके हैं नस्लीय टिप्पणी
पिछले साल भी ट्रंप ने अफ्रीकी देशों को ‘गटर’ बताते हुए कहा था कि वे अमेरिका में शरणार्थी ‘हमला’ करेंगे क्योंकि वहां से लोग सिर्फ प्रवासी बनकर ही आते हैं। एक बार ट्रंप ने यह भी कहा था कि पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा अमेरिका की धरती पर पैदा नहीं हुए, इसलिए कानूनन उन्हें तो राष्ट्रपति बनने का हक नहीं है।