वर्ल्ड कप में अंपायरों की गलती से हारी न्यूजीलैंड! ICC के बेस्ट अंपायर ने उठाए सवाल
वर्ल्ड कप के 12वें सीजन का अंजाम नाटकीय अंदाज में खत्म हुआ। रविवार को लॉर्ड्स के मैदान में खेले गए फाइनल में इंग्लैंड की टीम ने नियमों के आधार पर जीत दर्ज की। वर्ल्ड कप के इतिहास में ये पहली बार हुआ जब मैच टाई हुआ और उसके बाद खेला गया सुपर ओवर भी टाई हुआ। आखिरी में मैच और सुपर ओवर में अधिक बाउंड्रीज लगाने वाली इंग्लैंड की टीम पहली बार विश्व विजेता बन गई।
मैच के बाद जहां क्रिकेट के दिग्गजों ने ICC के सुपर ओवर के नियम पर सवाल उठाए वहीं अब ICC के बेस्ट अंपायर रहे साइमन टफेल ने ही फाइनल में की गई अंपायरिंग पर सवाल उठा दिए हैं। इतना ही नहीं टफेल ने अंपायरों के फैसले को गलत बताते हुए इसे भारी भूल भी बता दिया है।
ICC के 5 बार के बेस्ट अंपायर रहे टफेल ने गुप्टिल के थ्रो पर इंग्लैंड को मिले छह रन को गलत करार दिया है। उन्होंने क्रिकेट के नियमों का हवाला देते हुए कहा कि ‘इंग्लैंड को उस समय छह रन नहीं बल्कि 5 रन मिलने चाहिए थे।
क्या था मामला:
दरअसल मामला इंग्लैंड की पारी के 50वें ओवर का है। मेजबान टीम को 3 गेंदों में 9 रन की दरकार थी, तभी चौथी गेंद पर बेन स्टोक्स ने मिड विकेट की ओर शॉट खेला और तेजी से एक रन लेने के बाद दूसरा रन लेने के लिए भागे। इस दौरान दूसरा रन पूरा करने के वक्त उन्होंने स्ट्राइक एंड की तरफ डाइव लगा दी, तभी गुप्टिल का थ्रो आकर उनके बैट पर लगा और गेंद बाउंड्री पार चली गई। इसके बाद अंपायर ने आपस में बातचीत करने के बाद इंग्लैंड को 6 रन दे दिए। इस तरह जहां सिर्फ 2 रन होने चाहिए थे, वहां इंग्लैंड को 4 रन और अतिरिक्त मिल गए यानी कुल मिलाकर इंग्लैंड के खाते में 6 रन जुड़ गए। अब इंग्लैंड को आखिरी 2 गेंदों में जीत के लिए सिर्फ 3 रन की दरकार थी, जो कि मैच का टर्निंग प्वाइंट बन गया।
क्या कहता है ICC का नियम:
क्रिकेट नियमों की मानें तो 19.8 नियम के तहत अगर गेंद ओवरथ्रो पर बाउंड्री के पार चली जाए (चाहे वह गैरइरादतन बल्ले से ही क्यों न लगी हो), तो ओवरथ्रो से पहले लिए गए रनों में बाउंड्री के चार रन जुड़ जाएंगे। अगर ओवर थ्रो या फिर फील्डर के जानबूझ कर किए गए एक्ट से गेंद बाउंड्री पार कर जाती है तो इसका फायदा दूसरी टीम को मिलता है। रन लेते समय रन का फायदा तभी मिलता है, जब बल्लेबाज ने थ्रो से पहले रन पूरा कर लिया हो या फिर थ्रो से पहले ही दोनों बल्लेबाज एक दुसरे को क्रॉस कर जाते हैं। लेकिन जब मार्टिन गप्टिल ने थ्रो फेंकी, तब बेन स्टोक्स और आदिल रशीद ने दूसरे रन के लिए एक दूसरे को क्रॉस नहीं किया था। इस तरह इंग्लैंड को जहां दो रन मिले, वहां सिर्फ एक रन ही होना चाहिए था।
अगर ऐसा होता तो स्ट्राइक पर स्टोक्स की जगह आदिल रशीद होते और इंग्लैंड को आखिरी 2 गेंदों में 4 रनों की जरुरत होती।
कप्तान विलियमसन ने बताया दुर्भाग्यपूर्ण:
मैच के बाद हुई अवॉर्ड सेरेमनी के दौरान न्यूजीलैंड के कप्तान केन विलियम्सन ने आखिरी ओवर में बेन स्टोक्स के बैट से लगकर ओवर-थ्रो पर गए चार रन को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए क्रिकेट में ऐसी घटना दोबारा नहीं होने की बात कही। उधर स्टोक्स ने भी इस घटना को लेकर कहा कि उन्हें जिंदगी भर इसका अफसोस रहेगा।