65 की उम्र में इस बुजुर्ग ने की पहली बार एक्टिंग, देगा बड़े स्टार्स को टक्कर
बॉलीवुड सिनेमा में कई बार आप उस ऊंचाई पर पहुँच जाते हैं जहाँ की आपने कल्पना भी नहीं की होती. ऐसे ही 65 साल के ड्राइवर नामदेव गौरव जहां काम करते थे, उस परिवार ने उन्हें फिल्मों में एक्टिंग के लिए ट्राई करने के लिए कहता था. काफी सोच विचार के बाद उन्होंने फिल्म में काम करने के हां कही. बता दें, नामदेव गौरव ने मराठी फिल्म नामदेव ‘भाऊः इन सर्च ऑफ साइलेंस’ में लीड रोल किया.
इस फिल्म की खास बात है कि किसी ने भी नहीं सोचा होगा कि उनकी ये फिल्म इंडियन फिल्म फेस्टिवल ऑफ मेलबर्न यानी आईआईएफएम (Indian Film Festival of Melbourne) में जाएगी और बेस्ट एक्टर कैटेगरी में नॉमिनेट होगी. प्रोड्यूसर धीर मौमाया ने अपने ड्राइवर को अपनी फिल्म नामदेव भाऊः इन सर्च ऑफ साइलेंस में लीड रोल में लिया और नामदेव गौरव के किरदार निभाने पर खुलासा किया है. इस बारे में धीर मोमाया ने बताया कि उनके बारे में सुकून देने वाली तत्परता थी. उन्हें यकीन नहीं था कि वह लगभग 90 मिनट तक स्क्रीन पर दिख पाएंगे. अच्छी बात ये है कि रिहर्सल के पहले दिन ही फिल्म के डायरेक्टर डार गाई को उनकी क्षमता पर विश्वास हो गया था और नामदेव गौरव ने भी फिल्म में अच्छा परफॉर्मेंस किया. अब खबर है कि ये बॉलीवुड के कई सितारों को टक्कर दे सकती है.
प्रोड्यूसर ने बताया कि फिल्म हिट होने के बाद से ही नामदेव गौरव को कई बड़े प्रोडक्शन हाउस के से ऑफर भी मिले हैं. नामदेव गौरव को अमिताभ बच्चन, आयुष्मान खुराना, मनोज बाजपेयी और रणवीर सिंह जैसे एक्टर की तरह ही नॉमिनेट किया गया.
कुछ ऐसी है फिल्म की कहानी
फिल्म नामदेव भाऊ नामदेव गौरव (Namdev Gaurav) की लाइफ के ईर्द-गिर्द घूमती है, जो मुंबई के शोर शराबे भरी लाइफ से परेशान है और शांत इलाके की तलाश में शहर को छोड़ना चाहता है. फिल्म की बेसिक कहानी इसी तरह की है. फिल्म कई इंटरनेशल फिल्म फेस्टिवल में सम्मान मिल चुका है.