प्रचार-प्रसार के बावजूद उत्तराखंड में एचआईवी रोग नियंत्रण कार्यक्रम प्रभावी नहीं हो सका है। नैनीताल जिले में अप्रैल के बाद एचआईवी के चार नए मरीज मिले हैं। गत दिवस आई इनकी रिपोर्ट में एचआईवी की पुष्टि हुई है। रामदत्त जोशी संयुक्त चिकित्सालय में चार साल से एचआईवी के 34 मरीजों का इलाज चल रहा है। नगर समेत मालधनचौड़, गूलरघट्टी आदि क्षेत्रों में एचआईवी के मरीज ज्यादा मिल रहे हैं।
अस्पताल में 2015 में छह, 2016 में 11, 2017 में आठ मरीज थे। 2018 में एचआईवी के नौ मरीज भर्ती हैं, इनमें तीन महिलाएं भी शामिल हैं। इस वर्ष अप्रैल से जुलाई तक अस्पताल में चार नए मरीज मिले हैं।
इनमें दो महिलाएं और दो पुरुष हैं, जबकि एक व्यक्ति की जांच चल रही। सरकारी अस्पताल में संचालित इंटीग्रेटेड काउंसलिंग एंड टेस्टिंग सेंटर (आईसीटीसी) की काउंसलर मनीषा खुल्बे ने बताया कि जानकारी से ही इस रोग से बचा जा सकता है। नियत अंतराल के बाद कई जगह जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं।