हरिद्वार । हरकी पैड़ी के निकट कांगड़ा पुल के पास गंगा में स्नान करते समय एक कांवड़ यात्री पानी के तेज बहाव में बहने लगा। साथियों के शोर मचाने पर गोताखोरों ने उसे सकुशल बचा लिया। इसी तरह अब तक छह कांवड़ियों को बचाया गया है।
बहादुरगढ़ हरियाणा से कांवड़ यात्रियों का एक दल गंगा जल लेने आया था। शुक्रवार को सभी गंगा स्नान के लिए कांगड़ा पुल पहुंचे। स्नान के दौरान यात्री विशाल कुमार पुत्र विनोद पानी के तेज बहाव में बह गया। उसे डूबता देख उसके साथियों ने शोर मचाया। वहां मौजूद गोताखोरों ने डूब रहे कांवड़ यात्री को किसी तरह पानी से बाहर निकाल उसे उसके साथियों के साथ भेज दिया।
इसके अलावा सिंहद्वार पुल के पास गंगा स्नान करते समय कांवड़ यात्री राम बहादुर निवासी शामली उप्र पानी में गिर गया और बहने लगा, लेकिन कुछ ही दूरी पर मौजूद गोताखोरों ने बोट की मदद से उसे बचा लिया। पुलिस प्रशासन ने गंगा घाटों पर स्नान करने वाले सभी कांवड़ यात्रियों को सतर्कता बरतने की हिदायत दी। एसपी सिटी कमलेश उपाध्याय ने गंगा घाटों पर ड्यूटी करने वाले पुलिसकर्मियों को भी इस बात के निर्देश दिये हैं कि वह कांवड़ यात्रियों पर नजर रखें।
कांवड़ यात्री को बचाया, किशोर डूबकर लापता
गंगनहर में नहाते समय एक किशोर डूबकर लापता हो गया। वहीं गंगनहर में डूब रहे एक कांवड़ यात्री को जल पुलिस और सेना के गोताखोरों ने बचा लिया। गंगनहर कोतवाली क्षेत्र के शेखपुरी मोहल्ला निवासी नूर आलम का बेटा अमन (13) शनिवार की दोपहर करीब दो बजे घर से निकला लेकिन वापस नहीं आया। परिजनों ने उसकी तलाश की लेकिन कुछ पता नहीं चल सका। इसी बीच कुछ लोग नूर आलम के घर पहुंचे और उन्होंने बताया कि अमन नए पुल के पास गंगनहर में नहा रहा था, इसी दौरान वह पानी के तेज बहाव में बह गया। उसे गंगनहर में बहते देख कुछ लोगों ने शोर मचाते हुए बचाने का प्रयास किया लेकिन उनका प्रयास सफल नहीं हुआ।
नूर आलम ने गंगनहर पुलिस को मामले की तहरीर देकर बेटे को गंगनहर में तलाशने की मांग की है। वहीं दूसरी तरफ रुड़की-कलियर गंगनहर पटरी पर स्थित सोलानी पार्क के पास रामगोपाल (38) पुत्र रामखिलाड़ी निवासी वाल्मीकि मोहल्ला, तुगलकाबाद, थाना बदरपुर दक्षिणी दिल्ली शनिवार की दोपहर गंगनहर में नहा रहा था। इसी दौरान वह गंगनहर के तेज बहाव में बहने लगा। मौके पर मौजूद अन्य कांवड़ यात्रियों के शोर मचाने पर जल पुलिस और सेना के गोताखोर अशोक कुमार, सच्चिदानंद बमोला और सुबेदार वाजेंद्र सिंह, हवलदार उपेंद्र कुमार कुश्वाह की टीम ने कांवड़ यात्री को किसी से तरह बचाते हुए गंगनहर से बाहर निकाल लिया।