नई दिल्ली : 19 दिन में पांच गोल्ड जीतने वाली 19 साल की हिमा दास और वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स में गोल्ड जीतकर आईं 23 साल की दुती चंद दोनों फर्राटा धावक हैं। असम की हिमा दास क्रिकेटर्स के मुकाबले अपनी ऐतिहासिक उपलब्धियों को बेहद कम तवज्जो मिलने से दुखी हैं। ओडिशा की दुती चंद को भी यही मलाल है। दुती के मुताबिक, ‘‘11 सेकंड दौड़ने के लिए वर्षों एड़ियां घिसी हैं। धावक रोज सुबह 4 बजे उठकर 8-8 घंटे प्रैक्टिस करता है। ऐसे में अगर देश उसकी उपलब्धियों को नजरअंदाज कर दे, तो उसे कैसा लगेगा। आप खुद ही अंदाजा लगा सकते हैं। प्लीज हमें भी क्रिकेटर्स जैसा प्यार दें।’’
हिमा ने पांचवां गोल्ड मेडल शनिवार को जीता। हिमा ने कहा कि मैं इन्हें प्रतियोगिता नहीं मान रही, बल्कि अभ्यास मान रही हूं। मैं बस अपना बेस्ट देने की कोशिश कर रही हूं। ताकि, वर्ल्ड चैंपियनशिप के लिए क्वालिफाई कर सकूं। हालांकि, इसको लेकर मैं अभी कुछ नहीं कहना चाहती हूं।